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आज से 5 दिवसीय धरने पर बैठी मितानिन दीदीयां, मांगे पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी

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महासमुंद – स्वास्थ्य सेवा में ग्रामीण क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने वाली प्रदेशभर की मितानिन दीदी दो सूत्रीय मांगों को लेकर आज से पांच दिवसीय जिलास्तरीय हड़ताल पर चले गए हैं. मितानिनों का कहना है कि 12 मार्च को प्रदेश स्तरीय हड़ताल पर रहेंगे और अगर इनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो ये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे इसी कड़ी में महासमुंद में जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ 7 से 12 मार्च तक हड़ताल पर चले गए हैं. इसमें मितानिन, मितानिन प्रशिक्षिका, ब्लॉक समन्वयक, स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, शहरी मितानिन कार्यक्रम महासमुंद और हेल्प डेस्क जिला मितानिन संघ शामिल है. इनकी संख्या जिले में लगभग 23 सौ है. इनकी मांग है कि मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लॉक समन्वयक, स्वस्थ्य पंचायत समन्वयक और हेल्प डेस्क को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NLM) में जोड़ा जाए. प्रोत्साहन राशि और क्षतिपूर्ति राशि में 50 प्रतिशत की वृद्धि की जाए. जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ का 7 से 11 मार्च तक जिला स्तरीय हड़ताल रहेगा और 12 मार्च को प्रदेश स्तरीय हड़ताल किया जाएगा. मितानिन संघ के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.

वहीं बलौदाबाजार जिले में भी मितानिन दीदी पांच दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं. जिले के दशहरा मैदान में मितानिन दीदीयां धरने पर बैठी है. इनकी प्रमुख मांगों में लोकसभा चुनाव के पूर्व मोदी की गारंटी घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा करने की मांग है, जिसमें इन्हें राष्ट्रीय परिवार सहायता कार्यक्रम में शामिल करना और प्रोत्साहन राशि में 50 प्रतिशत की वृद्धि करना प्रमुख है. वहीं मितानिनों का कहना है कि जब गांव में कोई डिलीवरी नहीं होती है तो इन्हें राशि नहीं मिलती. अत: इन्हें सम्मानजनक वेतन दिया जाए. वहीं मितानिन संघ की जिलाध्यक्ष सती वर्मा ने कहा कि एक मितानिन 200 परिवार देखती है. ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव के पूर्व मांग पूरी नहीं होती है तो भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को भी सोचना पड़ सकता है. हमारी मांगे जायज है, इन्हें पूरा किया जाए. मितानिनों का कहना है कि केन्द्र और राज्य सरकार सम्मान की बात करती है पर दिन-रात मेहनत करने वाली मितानिनों का सम्मान कहां है. हमारे घर में चूल्हा भी बमुश्किल से जलता है. बच्चों की पढ़ाई की फीस नहीं रहती है. ऐसे में पीएम मोदी सम्मान की बात करते हैं वो जायज नहीं लगती है. अभी हम पांच दिवसीय जिलास्तरीय प्रदर्शन कर रहे हैं. उसके बाद प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन राजधानी में किया जाएगा. भाजपा के लोग कहते हैं, भाजपा जो कहती है पूरा करती है, चुनाव पूर्व घोषणा पत्र में हम लोग के लिए किया गया वादा भी पूरा करें.