- 16 किस्तों में 7974.50 करोड़ राशि का किसानों को मिल चुका है लाभ
- 22,93,882 किसानों को 562.84 करोड़ रुपये की राशि दी गई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में किसानों के जीवन में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बदलाव ला रही है। प्रदेशभर में 26 लाख से अधिक किसान पंजीकृत है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से हर वर्ष प्रदेश के लाखों किसानों को सम्मान मिल रहा है। इस वर्ष फरवरी में 16वीं किस्त जारी हुई है। इसमें 22,93,882 किसानों को 562.84 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इसमें 95 हजार वनाधिकार पट्टाधारी किसान भी शामिल हैं।
प्रदेश में अब तक 16 किस्तों में 7974.50 करोड़ राशि का लाभ किसानों को मिल चुका है। छोटे और सीमांत किसान परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना दिसंबर, 2018 से प्रारंभ की गई है।
योजना से छोटे और सीमांत किसानों के जीवन में आया बदलाव
इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में प्रदान की जाती है। इस किस्त की राशि हर चार महीने में दी जाती है। अधिकारियों का कहना है कि निश्चित रूप से यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के जीवन में बदलाव ला रही है, जो अब अधिक खुशहाल हैं।
आधुनिक डिजिटल तकनीक का उपयोग करके प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) मोड के जरिए लाभ राशि सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाती है। केंद्र सरकार इस योजना के लिए 100 प्रतिशत धन मुहैया कराती है। योजना की समावेशी प्रकृति को रेखांकित करने वाली बात यह है कि लाभार्थियों में महिला किसान भी शामिल हैं।
इसके अलावा 75 प्रतिशत से अधिक छोटे और सीमांत किसान इस योजना के तहत लाभार्थी हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्रत्येक किसान को उर्वरक, बीज और कीटनाशक की खरीदारी करने के साथ कृषि कार्य करने के लिए दी जाती है।
11वीं किस्त के बाद शुरू हुई ई-केवाईसी
प्रदेश में योजना शुरू होने के समय 1,13,087 किसानों को 22.61 करोड़ की राशि जारी हुई थी। इसके बाद किसानों की संख्या बढ़ती चली गई। इसी बीच विभाग को फर्जीवाड़े की काफी शिकायतें मिलने लगी। 11वीं किस्त के बाद सरकार ने फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया।
वर्तमान में ई-केवाईसी, भूमि विवरण सत्यापन और बैंक आधार सीडिंग का काम पूरा होने के बाद ही राशि जारी की जाती है। सहकारिता विभाग और जिला प्रशासन की ओर से ई-केवाईसी, भूमि विवरण सत्यापन और बैंक आधार सीडिंग का काम पूरा किया जाता है।
16 किस्तों में लाभान्वित होने वाले किसान और राशि
वर्ष लाभान्वित राशि (करोड़ में)
2018-19- 1,13,087- 22.61
2019-20- 10,63,966- 212.79
2019-20- 19,66,147- 393.23
2019-20- 21,87,733- 437.48
2020-21- 27,72,845- 554.23
2020-21- 27,71,561- 554.15
2020-21- 31,25,569- 624.40
2021-22- 28,48,575- 624.92
2021-22- 30,24,425- 665.33
2021-22- 31,06,404- 635.43
2022-23- 27,35,457- 723.00
2022-23- 20,11,433- 480.13
2022-23- 19,92,208- 456.68
2023-24- 20,29,766- 451.11
2023-24- 21,54,670- 576.16
2023-24- 22,93,882- 562.84
16वीं किस्त में इन जिलों में एक लाख से अधिक किसान लाभान्वित
बालोद- 1,20,966
बलौदाबाजार- 1,18,864
राजनांदगांव- 1,16,084
कबीरधाम- 1,14,319
महासमुंद- 1,10,278
बेमेतरा-1,03,808
जांजगीर-चांपा- 1,02,965
16वीं किस्त में इन जिलों में सबसे कम किसान लाभान्वित
नारायणपुर- 7,748
दंतेवाड़ा- 12,967
बीजापुर- 14,266
सुकमा- 18,820
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- 20,490
किस्त जारी होने की तिथि
पहली – 24 फरवरी 2019
दूसरी – 02 मई 2019
तीसरी – 01 नवंबर 2019
चौथी- 04 अप्रैल 2020
पांचवीं- 25 जून 2020
छठवीं- 09 अगस्त 2020
सातवीं- 25 दिसंबर 2020
आठवीं- 14 मई 2021
नौवीं- 10 अगस्त 2021
दसवीं- 01 जनवरी 2022
11वीं- 01 जून 2022
12वीं- 17 अक्टूबर 2022
13वीं- 27 फरवरी 2023
14वीं- 27 जुलाई 2023
15वीं- 15 नवंबर 2023
16वीं- 28 फरवरी 2024
फैक्ट फाइल
– 6,000 रूपये का तीन किस्तों में दिया जाता है लाभ
– 31,25,569 किसान सबसे अधिक 7वीं किस्त में लाभान्वित
– 22.61 करोड़ रूपये पहली किस्त में की गई थी जारी
– 723 करोड़ सबसे अधिक 11वीं किस्त में जारी
– 16 किस्तों का अब तक किसानों को मिल चुका है लाभ
– 88,279 किसान रायपुर के, जिन्हें 16वीं किस्त में 19.98 करोड़ का मिला लाभ
– 100 प्रतिशत धन मुहैया कराती है सरकार