० इंटरव्यू तक पहुंचने वाले बालोद के अभ्यर्थी ने की शिकायत
रायपुर/बालोद- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (ष्टत्रक्कस्ष्ट) की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में बालोद जिले के अर्जुंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें तत्कालीन चेयरमैन टामनसिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर, परीक्षा नियंत्रक सहित अफसरों और नेताओं का नाम शामिल है। बालोद जिले के अभ्यर्थी ने लिखित में शिकायत कर कहा कि वह 2021 में पीएससी की परीक्षा शामिल हुआ था। इंटरव्यू बहुत शानदार गया था, उसके बाद भी उनका चयन नहीं हुआ।
बता दें कि छत्तीसगढ़ पीएससी का मामला काफी सुर्खियों में है। विष्णुदेव साय कैबिनेट ने सीजीपीएससी मामले को सीबीआई से जांच कराने की बात कही है। इस मामले को पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने हाईकोर्ट तक पहुंचाया था। इसके बाद कोर्ट ने 18 लोगों की नियुक्ति पर रोक लगा दी थी। सीजीपीएससी मामले में श्वह्रङ्ख में भी केस दर्ज है। अब बालोद में भी एफआईआर दर्ज होने के बाद सीजीपीएससी फर्जीवाड़ा से जुड़े लोगों की मुश्किलें बढऩे वाली है। अभ्यर्थी की शिकायत पर अर्जुंदा थाना में जालसाजी, साजिश, भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग का केस दर्ज किया गया है।
इंटरव्यू से तुरंत निकले उनका चयन
पुलिस अफसरों का कहना है कि बालोद के अभ्यर्थी ने लिखित में शिकायत की है। वह 2021 में पीएससी की परीक्षा शामिल हुआ था। ?प्रिलिम्स और मेंस पास करने के बाद वह इंटरव्यू तक पहुंचा। उसका इंटरव्यू भी अच्छा गया, लेकिन चयन नहीं हुआ, जबकि कुछ लोग इंटरव्यू से तुरंत निकल गए। उसके बाद भी उनका चयन हो गया। शिकायत पर अर्जुंदा थाने में अपराध क्रमांक 0028/24 में 420, 120-क्च, 12क्कक्रश्व, 7्र-क्कक्रश्व के तहत केस दर्ज किया गया है।
अफसरों-नेताओं के परिवार से चयन
बता दें के सीजीपीएससी मामले को लेकर भाजपा-कांग्रेस के नेताओं में जमकर जुबानी तीर चलते रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। पीएम नरेंद्र मोदी अपनी सभाओं में सरकार बनने के बाद ष्टत्रक्कस्ष्ट घोटाला की जांच की बात कहते रहे। कांग्रेस सरकार पर युवाओं से छल का आरोप लगाया था। अफसरों और नेताओं के बेटा-बेटी, बहू और अन्य रिश्तेदार को गलत तरीके से भर्ती करने की बात भी हाईकोर्ट में सामने आई थी।