अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी ने अब इलेक्ट्रिक व्हीकल से जुड़े कारोबार में एंट्री करने का प्लान बना लिया है. हाल ही में उन्होंने उबर के सीईओ दारा खुसरोशाही से मुलाकात की. संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में दोनों के बीच उबर के प्लेटफॉर्म पर अडानी ग्रुप की इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल लॉन्च करने को लेकर स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप को लेकर भी बातचीत हुई है.
अडानी ग्रुप ने अपनी एक सुपर ऐप Adani One तैयार की है. कंपनी उस पर ट्रैफिक बढ़ाना चाहती है. बताया जा रहा है कि अडानी ग्रुप की उबर से डील का असली मकसद भी सुपर ऐप अडानी वन को प्रमोट करना है.
अडानी वन ऐसे बन रही सुपर ऐप
अडानी वन ऐप पर लोगों को फ्लाइट से लेकर वेकेशन पैकेज, एयरपोर्ट सर्विसेस और अन्य सेवाओं की बुकिंग करने की सुविधा मिलती है. अब इस ऐप के साथ उबर को भी जोड़ा जा सकता है, जिससे लोग इसी प्लेटफॉर्म पर उबर कैब बुक कर सकते हैं. इससे उन लोगों को बहुत फायदा मिलेगा, जो अडानी के कंट्रोल वाले एयरपोर्ट से उड़ान भरते हैं.
कैसे काम करेंगे अडानी ईवी सेगमेंट में?
उबर का कहना है कि वह भारत में अपनी फ्लीट को तेजी से इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट करने की कोशिश कर रही है और वह इसके लिए प्रतिबद्ध है. वहीं अडानी ग्रुप पहले से कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल फ्लीट जैसे कि बस, कोच और ट्रक्स के कारोबार में लगा हुआ है. आने वाले समय में उनकी इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट प्रवेश करने की योजना है.
दरअसल अडानी ग्रुप कार मैन्यूफैक्चरिंग नहीं करता है, लेकिन अपने एयरपोर्ट और पोर्ट के ऑपरेशंस को चलाए रखने के लिए उसे बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल की जरूरत पड़ती है. इस तरह अडानी ग्रुप इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदेगा, उनकी ब्रांडिंग पर काम करेगा और फिर उसे उबर की फ्लीट के साथ जोड़ देगा.