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यूपी में बसपा के एक मात्र विधायक उमाशंकर सिंह का वोट भाजपा को

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लखनऊ। राज्यसभा चुनाव 2024 के लिए 3 राज्यों की 15 सीटों के लिए सुबह 9 बजे से वोटिंग जारी है। ये राज्य हैं- उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश। 15 सीटों पर 18 उम्मीदवार मैदान में हैं यानी 3 उम्मीदवारों की हार तय है। माना जा रहा है कि यूपी और कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग होगी। यहां पढ़िए राज्यसभा चुनाव 2024 से जुड़ा हर अपडेट बसपा के एक मात्र विधायक उमाशंकर सिंह भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ को वोट देंगे। हालांकि, वह बसपा न छोड़ने की भी बात कह रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग की खबरें आ रही हैं। इस बीच, भाजपा ने कहा है कि सपा ने तीसरा उम्मीदवार उतार कर गलती की। क्रॉस वोटिंग की खबरों के बीच सपा विधायक मनोज पांडेय का सचेतक पद से इस्तीफा दिया है।समाजवादी पार्टी के विधायक और नेता मनोज कुमार पांडे ने समाजवादी पार्टी विधान मंडल दल उ.प्र. विधान सभा के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दिया।

सबसे रोचक मुकाबला उत्तर प्रदेश में है। यहां 10 सदस्यों का चुनाव होना है, लेकिन भाजपा ने 11वां उम्मीदवार उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है। इस बीच इंडिया गठबंधन में दरार नजर आ रही है। माना जा रहा है कि सपा के कुछ विधायक भाजपा के पक्ष में वोट कर सकते हैं।

यूपी में भाजपा के राज्यसभा प्रत्याशी

कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह

वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. सुधांशु त्रिवेदी

मथुरा के पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में राज्य मंत्री रहीं डॉ.संगीता बलवंत

चंदौली की मुगलसराय सीट की पूर्व विधायक साधना सिंह

प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य

आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन

राज्यसभा के पूर्व सदस्य रहे बिल्डर संजय सेठ

यूपी में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी

राज्यसभा सदस्य जया बच्चन

पूर्व सांसद रामजी लाल सुमन

प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन को उम्मीदवार

राज्यसभा चुनाव के लिए यूपी का गणित

403 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 399 सदस्य हैं, जिनमें तीन विधायक जेल में हैं। तीनों को मतदान में भाग लेने की अनुमति नहीं मिल सकी है। इस आधार पर राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 37 विधायकों के प्रथम वरीयता के वोट चाहिए।भाजपा को अपने आठों प्रत्याशियों की विजय सुनिश्चित करने के लिए 296 वोट चाहिए। विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगी दलों का कुल संख्याबल 286 है। सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के मतदान न करने की स्थिति में भाजपा के पास प्रथम वरीयता के 285 वोट होंगे। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो विधायकों का समर्थन मिलने के बाद भी उसे नौ अतिरिक्त मतों की जरूरत होगी।

वहीं सपा के पास कुल 108 वोट हैं, जबकि अपने तीनों प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए उसे 111 वोट चाहिए। जेल में होने के कारण सपा के दो विधायक मतदान नहीं कर सकेंगे। आइएनडीआइए के घटक के नाते यदि कांग्रेस के दो सदस्य सपा के पक्ष में मतदान कर दें तो भी उसे तीन और मतों की दरकार होगी।

कर्नाटक की चार और हिमाचल की एक सीट के लिए भी मतदान

हिमाचल की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं। कांग्रेस का दावा है कि तीन निर्दलीय विधायक भी उसके साथ हैं। भाजपा के 25 विधायक हैं। कांग्रेस के असंतुष्टों के सहारे भाजपा जीत के प्रति आश्वस्त दिख रही है।