स्वरोजागर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन का हिस्सा है. अब पीएम मोदी ने वाराणसी के दो दिनों के दौरे पर पूर्वांचलवासियों को स्वरोजगार की बड़ी सौगात दी है. सबसे बड़े प्लांट अमूल बनास डेयरी प्लांट की शुरुआत से खासतौर पर पूरे पूर्वांचल के लोगों को फायदा होगा. करीब एक लाख लोग स्वरोजगार के इस अभियान से जुड़ेंगे. अमूल बनास डेयरी प्लांट से पूरे पूर्वांचल के करीब साढ़े 13 सौ गांवों के लोगों को फायदा होगा.
वाराणसी में अमूल और बनास डेयरी के सहयोग से यह प्लांट शुरू हो रहा है. इस प्लांट की लागत 622 करोड़ रुपये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास 23 दिसंबर 2021 को किया था. करीब 30 एकड़ में यह प्लांट करखियांव एग्रो पार्क में बनाया गया है. माना जा रहा है इसकी शुरू होने से वाराणसी और उसके आस-पास के हजारों किसानों और पशुपालकों की आय दोगुनी होगी.
उत्तर प्रदेश के गांव गांव तक विस्तार की योजना
फिलहाल बनास डेयरी का दूध का कारोबार उत्तर प्रदेश के 47 जिलों में फैला है. इस कारोबार से प्रदेश के 4600 से ज्यादा गांव के लोग जुड़े हुए हैं.आने वाले समय में इसे पूरे प्रदेश के 70 जिलों के 7000 गांवों तक इसके विस्तार की योजना है.
सरकार पूर्वांचल में अमूल बनास डेयरी प्लांट का विशेष तौर पर विस्तार करना चाहती है. सरकार इस प्लांट के विस्तार से पूर्वांचल के लाखों लोगों को स्वरोजगार से जोड़ना चाहती है. बनास डेयरी इस वक्त यूपी में 3.5 लाख दूध उत्पादक जुड़े हैं. इनमें अकेले करीब 58 हजार वाराणसी में ही हैं.
वाराणसी के लोगों ने जताया पीएम का आभार
वाराणसी में अमूल बनास डेयरी प्लांट के शुरू होने पर स्थानीय लोगों ने प्रसन्नता जताई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष रूप से धन्यवाद दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विकास और रोजगार के क्षेत्र में वो काम कर दिखाया, जिसे आजतक कोई नहीं कर सका था. लोगों का कहना है कि पीएम मोदी के स्वरोजगार के मिशन से पूर्वांचल के लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा.