छत्तीसगढ– लोकसभा चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रदेश के रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के सर्टिफिकेशन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा है कि निर्वाचन की विश्वसनीयता, निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना ही निर्वाचन अधिकारी की योग्यता की कसौटी है। निर्वाचन अधिकारी के प्रत्येक काम में यह प्रदर्शित होना चाहिए।
निमोरा स्थित छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) की ओर से सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के लिए 19 फरवरी से 23 फरवरी तक पांच दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में 11 रिटर्निंग अधिकारी, 15 जिला निर्वाचन अधिकारी, 33 उप जिला निर्वाचन अधिकारी और 90 सहायक रिटर्निंग अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नव पदस्थ जिला निर्वाचन अधिकारियों और उप जिला निर्वाचन अधिकारियों के लिए लोकसभा आम निर्वाचन के लिए दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम की भी शुरूआत हो गई है। इस मौके पर लोकसभा निर्वाचन-2024 में बीते विधानसभा निर्वाचन-2023 की तरह बेहतर और सुगम निर्वाचन की दिशा में काम करने का आह्वान किया। दोनों प्रशिक्षणों के शुभारंभ पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वय पीएस ध्रुव और डॉ. केआरआर सिंह सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर्स डॉ. केआरआर सिंह, यूएस अग्रवाल, प्रणव सिंह,श्रीकांत वर्मा, पुलक भट्टाचार्य और गीता दीवान सहित राज्य स्तर के अनुभवी प्रशिक्षकों की ओर से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनई(वीएम), व्हीव्हीपेट के उपयोग, मतदान दल और दिव्यांग मतदाता की सहूलियतों, पेड न्यूंज, मीडिया और मीडिया मॉनिटरिंग कमेटी, मतगणना और परिणाम की घोषणा के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग और मतगणना एप्लीकेशन पर भी जानकारी दी जा रही है।