पश्चिम बंगाल – पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ कथित तौर पर हुए अत्याचार के आरोपों को लेकर भाजपा ने विधानसभा में जमकर हंगामा काटा। इसके बाद उसके विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा को संबोधित किया। ममता ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया है और न ही कभी होने दूंगी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि संदेशखाली में राज्य महिला आयोग को भेजा, पुलिस दल बनाकर 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, “हम संदेशखालि में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, गलत काम में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
गौरतलब है कि संदेशखाली में स्थानीय लोगों की तरफ से टीएमसी के कुछ नेताओं पर अत्याचार के आरोप लगाए गए हैं। इस पर बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने कभी किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया और आगे भी नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा, “मैंने राज्य के महिला आयोग को वहां भेजा है और पुलिस की एक टीम का भी गठन किया है।”
ममता ने कहा कि राज्य सरकार ने स्थिति को संभालने के लिए हरसंभव कदम उठाया है। हालांकि, उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम में ‘बुरी ताकतों का खेल’ जारी होने की बात कही। बता दें कि संदेशखाली में पिछले सात दिनों से लगातार महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। कई महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके करीबियों की गिरफ्तारी की मांग की है। शाहजहां पर आरोप है कि उन्होंने महिलाओं के साथ जबरदस्ती की और उनका यौन उत्पीड़न भी किया।