रायपुर (वीएनएस)। विधानसभा बजट सत्र के छठें दिन सोमवार को सदन में किसान आत्महत्या का मामला उठा। सहकारिता मंत्री केदार कश्यप के जवाब से नाराज विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
दरसल कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने ध्यानाकर्षण के जरिए कर्ज नहीं पटा पाने से आत्महत्या करने वाले नारायणपुर के किसान हीरू का मामला उठाया। बघेल ने कहा कि किसान हीरू ने एक लाख 82 हजार रुपये का कर्ज बैंक से लिया था। चुनाव में दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का वादा किया गया था। नई सरकार के वादे से मुकरने की वजह से किसान से आत्महत्या की है।
इस पर जवाब देते हुए सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि किसान हीरू ने कर्ज पटा पाने की वजह से आत्महत्या नहीं की। किसान ने किसी भी बैंक से कर्ज नहीं लिया था। आपसी झगड़े की वजह से उन्होंने जहर खाया था। इसके बाद सत्तापक्ष के जवाब से नाराज विपक्ष ने किया सदन से बहिर्गमन कर दिया।
आपकी मंशा के अनुसार फिर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने पुरानी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में बिना काम के 40% राशि निकाल दी गई है।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने प्रयास स्कूलों की स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने प्रयास आवासीय स्कूलों में हुई अनियमितता की जांच और कार्रवाई की मांग की। मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि एसटी, एससी और ओबीसी वर्ग के बच्चों के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए जो निर्णय भाजपा सरकार में हुए थे, वह 2018 तक जारी था। सरकार बदलने के बाद परीक्षा परिणाम में गिरावट दर्ज की गई। नेताम ने कहा कि जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी