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पांच मार्च से शुरू होंगी रविशंकर विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं, एक लाख 35 हजार से ज्यादा छात्र होंगे शामिल

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HIGHLIGHTS

  1. वार्षिक परीक्षाओं के लिए समय-सारिणी जारी।
  2. पहली बार विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं दो पालियों में होंगी।
  3. बीए, बीएससी की परीक्षाएं सबसे ज्यादा दिनों तक चलेंगी।

    रायपुर।पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी की ओर से वार्षिक परीक्षाओं के लिए समय-सारिणी जारी कर दी है। इसके अनुसार बीए, बीकाम, बीएससी, बीसीए की परीक्षाएं पांच मार्च से शुरू हो रही हैं, जबकि एमए हिंदी, एमए अंग्रेजी, एमए इतिहास समेत अन्य पीजी कक्षाओं की परीक्षाएं अप्रैल में शुरू होंगी। पहली बार विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा दो पालियों में हो रही हैं। पहली पाली सुबह आठ बजे से और दूसरी पाली दोपहर एक बजे से शुरू होगी। इससे पहले परीक्षाएं तीन पालियों में होती थीं। विश्वविद्यालय की ओर से जारी समय सारिणी के मुताबिक बीए, बीकाम, बीएससी की द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं पांच मार्च से शुरू होंगी। प्रथम वर्ष की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होंगी। विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाओं के लिए पिछले दिनों आवेदन मंगवाए गए थे। इस बार लगभग एक लाख 35 हजार छात्रों ने आवेदन किया है।

    बीए, बीएससी की परीक्षाएं सबसे ज्यादा दिनों तक होंगी
    विश्वविद्यालय की तरफ से जारी समय-सारिणी के अनुसार बीए, बीएससी की परीक्षाएं सबसे ज्यादा दिनों तक चलेंगी। बीए की परीक्षा पांच मार्च से शुरू होकर 16 मई तक चलेगी। बीएससी का पेपर पांच मार्च से शुरू होकर 15 मई तक होगा। अन्य परीक्षा बीकाम पांच मार्च से 29 अप्रैल, बीसीए की परीक्षाएं पांच मार्च से 25 अप्रैल तक होंगी। बीए, बीएससी की परीक्षाएं दो महीने से ज्यादा दिनों तक चलेंगी। एमए हिंदी 15 अप्रैल से आठ मई तक, एमए अंग्रेजी 10 अप्रैल से एक मई तक, एमए राजनीति विज्ञान 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक होंगी। इसी तरह एमए इतिहास 15 अप्रैल से सात मई तक, एमए अर्थशास्त्र 10 अप्रैल से एक मई तक और एमकाम 15 अप्रैल से 18 मई तक होगी।

    27वां दीक्षा समारोह 20 को

    पीआरएसयू का 27वां दीक्षा समारोह 20 फरवरी मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में होगा। समारोह में सत्र 2022 – 2023 की विभिन्न परीक्षाओं में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया जाएगा। इस बार दीक्षा समारोह में 160 गोल्ड मेडल, 80 पीएचडी शोधार्थी तथा 14,155 स्नातकोत्तर और 25,209 स्नातक छात्रों को उपाधि दी जाएगी।