रायपुर – सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित 21वां IEEE अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (OCIT-2023) 13 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में शानदार रुप में शुरू हुआ। प्रेरक राष्ट्रीय गीत और दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुए इस कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों के बीच एकता और सहयोग की भावना पैदा की।
सम्मेलन OCIT-2023 के आयोजन सचिव डॉ. मनु वर्धन, डॉ. जितेंद्र कुमार राउत और डॉ. दीपक सिंह ने विशिष्ट अतिथियों और प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। सम्मेलन के उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथि, संस्थान के माननीय निदेशक, प्रोफेसर एन. वी. रमना राव ने सम्मानित अतिथि प्रोफेसर सरजू पी मोहंती और मुख्य वक्ता प्रोफेसर सिबा के उदगाता के प्रति आभार व्यक्त किया। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. प्रदीप सिंह ने आयोजन को संभव बनाने में आभार प्रकट करते हुए गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया।
इसके बाद सम्माननीय अतिथि, नॉर्थ टेक्सास विश्वविद्यालय, डेंटन के प्रोफेसर सरजू पी. मोहंती ने स्मार्ट कृषि पर जोर देते हुए एक व्याख्यान दिया। यह व्याख्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित रही जो स्वचालन का समर्थन करती है, इसके साथ ही डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) और सिक्योरिटी-बाय-डिज़ाइन (एसबीडी) जो कृषि डेटा अखंडता और सुरक्षा प्रदान करती इन विषयों पर उन्होंने जानकारी दी।
हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सिबा के उदगाता के मुख्य व्याख्यान में सूचित निर्णय लेने के लिए एक्सप्लेनेबल एआई (एक्सएआई) मॉडल पर प्रकाश डाला गया। प्रो. उदगाता ने पारंपरिक एआई प्रणाली में शामिल विभिन्न मुद्दों पर जोर दिया और यह बताया कि इन मुद्दों को संबोधित करने के लिए विभिन्न एक्सप्लेनेबल एआई मॉडल कैसे प्रस्तावित हैं। उन्होंने मुख्य रूप से LIME (लोकल इंटरप्रेटेबल मॉडल-एग्नोस्टिक एक्सप्लेनेशंस) और SHAP (SHapley Additive exPlanations) के बारे में बात की और बताया कि एआई सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए इन मॉडलों का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
इसके बाद का सत्र प्रो. टी. वी. विजय कुमार की एक आकर्षक वार्ता के साथ शुरू हुआ, उनकी प्रस्तुति में आपदा प्रबंधन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने इस प्रौद्योगिकी के संभावित अनुप्रयोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी |
पूरे दिन में “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, नेटवर्किंग और सूचना सुरक्षा, मल्टीमीडिया, सिग्नल प्रोसेसिंग, एंबेडेड सिस्टम, डेटा साइंस, अनुक्रमिक, समानांतर, वितरित और क्लाउड कंप्यूटिंग, पावर, स्मार्ट ग्रिड और इंटरनेट” पर तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान प्रत्येक सत्र में कुल 40 पेपर प्रस्तुत किए गए। इन सत्रों की अध्यक्षता एनआईटी, आईआईआईटी, आईआईटी और आईआईएससी के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों ने की |
तीन दिनों तक चलने वाला यह सम्मेलन उत्साहपूर्वक रूप में शुरू हुआ , इस दौरान संस्थान के अन्य फैकल्टी सदस्य, पी एच डी स्कॉलर और विद्यार्थी मौजूद रहे |