बिलासपुर – राज्य में सत्ता परिवर्तन का असर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के महाधिवक्ता कार्यालय में सबसे पहले नजर आया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनाव परिणाम के बाद रविवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। सीएम के त्यागपत्र देने के कुछ घंटों बाद ही छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने राज्यपाल के नाम इस्तीफा भेज दिया है। महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने पत्र में लिखा है कि मैं महाधिवक्ता पद से इस्तीफा दे रहा हूं। एक स्वस्थ परंपरा के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं, ताकि नए मुख्यमंत्री के लिए अधिवक्ता के पद पर नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो सके। पत्र में वर्मा ने यह भी उल्लेख किया है कि सीएम और उनकी कैबिनेट का धन्यवाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के साथियों से जो सहयोग मुझे मिला, उसके लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। राज्य के हितों की रक्षा के लिए अफसरों की टीम ने भी भरपूर सहयोग दिया।
- भाजपा समर्थित अधिवक्ताओं ने बांटी मिठाई
रविवार को वोटों की गिनती हुई। पांच साल बाद छत्तीसगढ़ की सत्ता पर भाजपा वापसी कर रही है। सोमवार को हाई कोर्ट परिसर में भाजपा समर्थित अधिवक्ताओं ने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाई भी बांटी। खुशियां मनाने के बाद आपस में महाधिवक्ता कार्यालय में होने वाली नियुक्तियों को लेकर आपस में चर्चा करते रहे व अटकलें भी लगाते रहे ।
- सीएम बनने के बाद महाधिवक्ता की होगी नियुक्ति
नियमों पर गौर करें तो पहले मुख्यमंत्री का चयन होगा। वे शपथ लेंगे। पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री महाधिवक्ता की नियुक्ति करेंगे। सीएम महाधिवक्ता पद के लिए नाम की अनुशंसा करेंगे व राज्यपाल को भेजेंगे। राज्यपाल सीएम की अनुशंसा पर महाधिवक्ता पद के लिए नाम की घोषणा करेंगे व राजभवन से सीधे छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के लिए नियुक्ति पत्र भेजा जाएगा। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस नवनियुक्त महाधिवक्ता को शपथ दिलाएंगे। महाधिवक्ता की अनुशंसा पर अतिरिक्त महाधिवक्ता,उप महाधिवक्ता,सरकारी वकील सहित अन्य पदों पर भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। राज्य की सत्ता पर भाजपा की वापसी के बाद अब महाधिवक्ता कार्यालय में भाजपा समर्थित अधिवक्ता विधि अधिकारी के पद पर काम करते दिखाई देंगे।