गुन्सी – श्री दिगम्बर जैन सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी में गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी के ससंघ सान्निध्य में अभिषेक शांतिधारा का क्रम निरतंर चल रहा है । दूर – दूर से भक्त प्रभु श्री शांतिनाथ व गुरु माँ के दर्शनार्थ पहुंच रहे हैं ।
पूज्य माताजी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि – जीवन में एक पल का भी भरोसा नहीं है । जब तक हमारी सांसें चल रही है तब तक जितना हमारे तन से सेवा , धर्म और परोपकार हो जाये उतना कर ले । हम बहुत भाग्यशाली है कि हमें मानव पर्याय प्राप्त हुई है । आज के सभी रिश्ते मतलब के है कोई अपना सगा नहीं है । यदि हमारी मृत्यु भी हो जाये तो कोई साथ नहीं जाने वाला ।
एकमात्र हमारे द्वारा किया गया धर्म ही हमारे साथ जाएगा । धर्म ही हमारे सब मुश्किलों में सगा है । कहा भी है धर्म करने से ही सुख शांति और समृद्धि मिलती है जो मोक्ष सुख की प्राप्ति में सहायक बनती है । धर्म किये बिना नर जन्म तिर्यंच के समान है अतः जीवन में धर्म के सार को समझकर उसे मन में उतारना चाहिए ।
क्षेत्र कमेटी आगामी 10 दिसम्बर 2023 को होने वाले पिच्छिका परिवर्तन एवं 108 फीट उत्तुंग कलशाकार सहस्रकूट जिनालय के भव्य शुभारम्भ में सम्मिलित होकर इस सुअवसर में साक्षी बनकर पुण्यार्जन करने का निवेदन सभी से कर रही है।