नई दिल्ली – गुजरात के जूनागढ़ में स्तिथ 22वे जैन तीर्थंकर नेमिनाथ मोक्षस्थल प्रसिद्ध गिरनार पर्वत के लिए कोर्ट के आदेशो, वन्यजीव अभ्यारण्य और पुरातात्विक नियमों की अवहेलना कर अवैध अतिक्रमण, निर्माण करने और पूर्वी दिल्ली के पूर्व सांसद महेश गिरि द्वारा जैन समाज को डराने और बदनाम करने के विरुद्ध कार्यवाही न होने पर देशव्यापी आन्दोलन के लिए विश्व जैन संगठन के प्रतिनिधिमंडल द्वारा नयी दिल्ली के गुजरात भवन में गुजरात सरकार के लिए दिल्ली पुलिस की निगरानी में ज्ञापन सौंपा गया! प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन श्री इकबाल सिंह लालपुरा जी को आयोग में याचिका देते हुए अल्पसंख्यक जैन समाज के गिरनार सहित तीर्थो के संरक्षण की मांग की । संगठन के अध्यक्ष संजय जैन ने गुजरात भवन पर कहा कि हजारो वर्ष प्राचीन महाभारतकालीन श्री कृष्ण के चचेरे भाई 22वे जैन तीर्थंकर नेमिनाथ के मोक्षस्थल गिरनार पर्वत की पांचवी टोंक पर जैन समाज वर्षो से पूजा दर्शन करता आया लेकिन वर्ष 2004 में कुछ लोगो द्वारा जैन तीर्थो पर कब्ज़ा करने की साजिश के तहत पुलिस, प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही से हाई कोर्ट के आदेशो, पुरातात्विक और वन्यजीव अभ्यारण्य नियमो की अवहेलना कर अवैध अतिक्रमण और निर्माण कर तभी से जैनों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की जा रही है ! संजय जैन ने बताया कि पूर्वी दिल्ली के पूर्व सासंद महेश गिरी सांसद बनने से पूर्व 2004 से और सांसद कार्यकाल के बाद 2019 से गिरनार पर रह रहे है है और सभी गतिविधियों में शामिल है! महेश गिरी द्वारा जूनागढ़ में 7 अक्टूबर को प्रेस कांफ्रेंस और 28 अक्टूबर 2023 को आयोजित सम्मलेन में जैन समाज को गिरनार यात्रा करने में हिंसा का डर दिखाने के साथ दो संप्रदाओं को आपस में लड़ाने, झूठे व भ्रामक तथ्यों पर जैन समाज को बदनाम करने, कोर्ट के आदेशों की भ्रामक जानकारी प्रचारित करने के साथ जैन समाज के मालिकाना अधिकार वाले प्रसिद्ध शत्रुंजय पालिताना तीर्थ पर जबरन कब्जा करने हेतु लोगो को भड़काने वाले साधु का सम्मान कर पालिताना में 7 नवंबर 2023 को सभा करने की घोषणा लोकतन्त्र में अल्पसंख्यक जैन समाज के साथ अन्याय और अत्याचार की पराकाष्ठा है जिसे जैन सामाज कभी स्वीकार नही करेगा ! संजय जैन ने भारत सरकार और गुजरात सरकार से मांग करते हुए कहा कि जैनों के साथ न्याय करते हुए गिरनार जी, पालिताना और खारवेल की गुफाओं जैसे प्राचीन जैन तीर्थो पर अवैध अतिक्रमण और निर्माण करने वालो व सहयोगी अफसरों पर 30 नवंबर तक और पूर्व सांसद महेश गिरी के विरुद्ध तुरंत सख्त कार्यवाही करे अन्यथा संगठन द्वारा सड़क से संसद तक 17 दिसंबर 2023 से देशव्यापी जैन तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ आन्दोलन आरम्भ किया जाएगा जिसकी पूर्णत: जिम्मेबारी सरकार की होगी ! संगठन के उपाध्यक्ष यश जैन ने तीर्थ संरक्षण की मांग करते हुए बताया कि माननीया राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृह मंत्री, केन्द्रीय वन मंत्री, गुजरात के गवर्नर को ज्ञापन की कॉपी कार्यवाही हेतु प्रेषित की गई। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ने संगठन की याचिका को स्वीकार कर जल्द कार्यवाही हेतु आश्वासन दिया। संगठन द्वारा ज्ञापन देने से पूर्व ऋषभ बिहार में चतुर्मासरत आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज से आशीर्वाद लेकर गुजरात भवन में ज्ञापन देने के लिए संगठन के संरक्षक गोल्डी जैन, सहकोषाध्यक्ष मयंक जैन, प्रचार मंत्री प्रदीप जैन, मिडिया प्रभारी आकाश जैन, RTI सेल संयोजक सलेक चंद जैन, महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका रूचि जैन, सम्मानित सदस्य अनुज जैन, युवा प्रकोष्ठ के महामंत्री सागर जैन, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के हरियाणा संयोजक प्रदुमन जैन और संगठन के अन्य सदस्यों के साथ जैन समाज के अन्य गणमान्य उपस्तिथ रहे!