रायपुर – धरसींवा सीट से बीजेपी की टिकट पर तीन बार विधायक रह चुके वरिष्ठ नेता देवजी भाई पटेल की नाराजगी फूटी है. टिकट नहीं मिलने से नाराज देवजी भाई पटेल ने बुधवार को नामांकन फार्म खरीदा है. उनके नामांकन फार्म खरीदने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं वह चुनाव तो नहीं लड़ रहे? हालांकि अब तक उन्होंने अपने पूरे पत्ते नहीं खोले हैं. देवजी भाई पटेल ने पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि टिकट वितरण में मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है. यह बीजेपी की एक बड़ी चूक है. पटेल ने कहा कि समय रहते पार्टी को एक बार इस पर विचार कर लेना चाहिए देवजी भाई पटेल ने कहा कि यह पार्टी मेरी मां है. मैं निष्ठावान कार्यकर्ता हूं. मैंने ईमानदारी से काम किया है. धरसींवा सीट से मैं लगातार तीन बार विधायक चुना गया. 1962 के बाद से कोई भी प्रत्याशी धरसींवा सीट से रिपीट नहीं हुआ था. जनता की वजह से मैं विधायक चुना जाता रहा. पिछले चुनाव में चली लहर की वजह से जरूर चुनाव हार गया था, लेकिन इस दफे टिकट वितरण में ज्यादातर हारे हुए नेताओं को टिकट दिया गया है. यदि हारे हुए नेताओं को टिकट दिया गया, तो पार्टी को मुझे लेकर भी विचार करना चाहिए था. मैं पार्टी का वरिष्ठ नेता हूं. पार्टी के आला नेताओं ने मुझसे बातचीत करना भी उचित नहीं समझा, यही वजह है कि मैंने नामांकन फार्म खरीदा है देवजी भाई पटेल ने कहा कि वर्तमान में भाजपा में जो परिस्थितियां हैं, उससे आला नेताओं को बताना मेरा काम है. भाजपा जब सरकार में थी, और तब जो गलतियां होती है, जागरूक विधायक होने के नाते मैं उन गलतियों को भी विधानसभा में उठाता रहा. यह विधायक का कर्तव्य है कि वह पार्टी की शाख को बनाकर चले. यही कर्तव्य का पालन मैंने किया. हो सकता है कि मेरी कर्तव्यपरायणता की वजह से कुछ नेता नाराज रहे हो. उन्होने कहा कि इस समय भाजपा जिस लक्ष्य को पाना चाहती है, उसे लेकर एक बार फिर से विचार कर लेना चाहिए देवजी भाई पटेल ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि पार्टी मुझे ही टिकट दे. कई और कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की है. पार्टी उन्हें टिकट दे दे. कार्यकर्ता मुझे कहेंगे कि चुनाव नहीं लड़ना है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा. पटेल ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे फोन पर संपर्क साधा है. मैंने अपनी बात रख दी है. मुझे उम्मीद है कि मेरे प्रस्ताव पर मंथन होगा.