रायपुर – विश्व हॉस्पिस एवं पैलिएटिव केयर दिवस पर संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन की ओर से पैलिएटिव केयर पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें राज्य के अलग-अलग अस्पतालों के चिकित्सक और कैंसर विशेषज्ञ उपस्थित थे इस दौरान पर पेन एवं पैलिएटिव मेडिसिन विभाग संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल के कंसल्टेंट डॉ. अविनाश तिवारी जो की पैलिएटिव मेडिसीन के राज्य के एकमात्र एमडी डॉक्टर हैं व पूर्व में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई और एम्स जैसी संस्थाओं में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, ने पैलिएटिव केयर व कैंसर से संबंधित दर्द व अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि पैलिएटिव केयर के बारे में भ्रांतियां मरीज और चिकित्सकों के मध्य में भी हैं. इस कारण मरीज कैंसर जैसी बीमारी से जुड़ी समस्याओं को लेकर पैलिएटिव केयर विशेषज्ञ तक नहीं पहुंच पाते हैं. अगर कैंसर ट्रीटमेंट के साथ-साथ पैलिएटिव केयर का भी साथ में चुनाव किया जाए तो ऐसे मरीजों की जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार लाया जा सकता है डॉ. यूसुफ मेमन ने बताया कि, पैलिएटिव केयर को कैंसर ट्रीटमेंट के साथ देने से मरीज की तकलीफ को नियंत्रित किया जा सकता है. डॉ. विकास गोयल, डॉ. अर्पण चतुर्मोहता, डॉ. दिवाकर पांडेय, डॉ. अनिकेत ठोके और डॉ. राकेश मिश्रा ने कैंसर ट्रीटमेंट और केयर में पैलिएटिव केयर के महत्व के बारे में अपने मरीजों से जुड़े उदाहरणों के बारे में बताते हुए अपने अनुभव साझा किए. डॉ हितेन मिस्त्री ने कैंसर पेन के मैनेजमेंट से जानकारी भी साझा की और बताया कि कैंसर पेन मैनेजमेंट में पैलिएटिव केयर एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है कार्यक्रम में संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन के फाउंडर डॉ. यूसुफ मेमन, पेन एवं पैलिएटिव केयर विशेषज्ञ डॉ. अविनाश तिवारी जो की रक्त रोग एवं ब्लड कैंसर विशेषज्ञ हैं, डॉ. विकास गोयल, सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. अर्पण चतुर्मोहता, सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. दिवाकर पांडेय, कीमोथेरेपी विशेषज्ञ डॉ. अनिकेत ठोके, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. राकेश मिश्रा, सीनियर दर्द निवारक विशेषज्ञ डॉ. हितेन मिस्त्री मौजूद थे.