खानपुर – शुक्रवार की बेला मे अनुकरणीय कदम उठाते हुए खानपुर में जीवदया क्षेत्र में कार्यरत संस्था जीवदया हेल्पलाइन द्वारा जनसहयोग से पक्षी घर बनाने का निर्णय लिया गया। जिसका संपूर्ण खर्च लगभग 550000 अक्षरे साढ़े पांच लाख रुपए में आएगा। इस पक्षी घर मे लगभग 750 पक्षी घर बनेंगे। योगेश जैन ने बताया की इस कार्य को पूर्ण करने का 1 माह का समय निर्धारित किया है। उन्होने कहा की कार्य प्रारंभ होने की अवधि से 1 माह में पक्षी घर बनकर पूर्ण हो जायेगा। उन्होने सभी से जन सहयोग की भी अपील की। जीवदया हेल्पलाइन संस्था द्वारा जो सैकडो मूक प्राणियों के लिए हमे भी सहयोग करना चाहिए। जितनी राशि में हमारे घर की सीढ़ियां बनती है। उतने सहयोग में इनके न जाने कितने घर बनेंगे। और ओला, पाला, पानी मे इनके छोटे शिशुओ को अभयदान मिलेगा। समयपुर्व उनकी मृत्यु नही होगी। यह पक्षी घर ऐसे स्थान पर बन रहा है, जहा पहले से रोज चांदखेड़ी मंदिर द्वारा 2 कट्टा ज्वार डाली जाती है। और 24 घंटे क्षेत्र के कई सुरक्षा कर्मी तैनात रहते है। पानी की भी भरपूर व्यवस्था है। इसलिए वहा बना रहे है। इस पुनीत कार्य में सहयोग करने के इच्छुक व्यक्ति 8233484791 (शिवांगी जैन नाम आयेगा) नंबर पर UPI पेमेंट कर, ट्रांजैक्शन slip भेजकर अपनी रसीद प्राप्त कर सकते है। पुण्योदय जीवदया फाऊँड़ेशन एवं जीवदया हेल्पलाईन, खानपुर पर एक विवरण जीवदया परोपकार के क्षेत्र में पुण्योदय जीवदया फाऊँड़ेशन एवं जीवदया हेल्पलाईन, खानपुर के विषय मे जानना आवश्यक है।आज जो पक्षी घर बनने जा रहा है यह इसी हेल्पलाइन के कठोर परिश्रम लगन का परिणाम है। योगेश जैन ने हमे बताया की यह संस्था जीव मात्र के लिए सभी के मन मे करुणा के भाव जगाने हेतु खानपुर के युवाओ द्वारा शुरु की गई एक पहल है। विश्व वंदनीय जैनाचार्य संत शिरोमणी आचार्य भगवंत 108 विद्यासागर जी महामुनिराज की गौसेवा पहल से प्रेरणा लेकर वर्ष 2017 मे अपनी इस जीवदया की सोच को नाम दिया “पुण्योदय जीवदया फाऊँड़ेशन” और हमने मकर संक्रान्ति 2017 के दिन एक नयी पहल की शुरुआत की “जीवदया पात्र वाहन”- एक ऐसा वाहन जो नगर मे एक भजन के माध्यम से घर घर जाकर गौग्रास, एवं चुग्गादाना एकत्र करता था!गौग्रास को नगर के सभी बेसहारा गौवंश मे एवं एकत्र हुए चुग्गादाना को पक्षी-विहार मे वितरित कर देता था! यह पहल 13 माह ही चल पाई!
उन्होंने बताया 20 जनवरी 2017 को एक और नयी प्रभुसेवा पहल की शुरुआत की गई! नाम था “जीवदया हेल्पलाईन”- इसमे नगर मे घायल, दूर्घटनाग्रस्त गौवंश एवं कोई भी पशु-पक्षी का तुरंत नि:शुल्क उपचार एवं हाल प्रसव हुई एवं घायल व बीमार गौवंश को निशुल्क वाहन भिजवाकर गौशाला मे आश्रय प्रदान करवाया जाता है। जो कि अब तक सतत चल रही है! अभी तक 4000 से अधिक *गौवंश, मोर, बन्दर, हिरण, कबूतर, श्वान, बंदर एवं अन्य पशु पक्षियो की उपचार सेवा की जा चुकी है! वर्ष 2017 से हर वर्ष गर्मी मे पूरे ग्रीष्मकाल मे “हर घर परिंडा” एवं “एक परिंडा मेरा भी” अभियान के अंतर्गत पक्षियो के लिए परींड़े एवं “बर्ड हाऊस”* लगाये जाते है। 2018 से नगर के सभी बेसहारा गौवंश के लिए पानी की कई टंकिया रखी गई है! इसके साथ ही वर्ष 2017 से हर वर्ष कई स्थानों पर “एक पौधा मेरा भी” अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किये गए! वर्ष 2018 से “सीड-बाल” पद्धति द्वारा भी सैकड़ो की संख्या मे वृक्षारोपण किया जा रहा है। एवं ग्राम विकास एवं पर्यावरण विकास समिति के सहयोग से सैकड़ो वृक्षारोपण नगर के सभी मुख्य प्रवेश मार्गो पर भी किए गए। जिसका रखरखाव संस्था द्वारा सहभागिता से किया जा रहा है। दिसंबर 2018-20 तक सरकारी विद्यालयो मे ज़रुरतमंद एवं पात्र विद्यार्थियो को सैकडो निशुल्क स्वेटर एवं चप्पल वितरित किये गए। एवम वर्ष 2018 से “जीवदया वस्त्रम् अभियान एवम् “जीवदया चरण पादुका अभियान” के तहत ब्लॉक के कई सरकारी विद्यालयो मे करीब 250 स्वेटर एवं सड़क पर सोते बेसहारा लोगो के बीच जाकर कंबल वितरित किये जाते है। मकर संक्रांति 2020 पर संस्था द्वारा नई योजना शुरू की गई “जीवदया आहार योजना (संध्याकालीन)”- सभी बेसहारा आमजन के लिए स्थान राजकीय अस्पताल खानपुर मे रोजाना शाम को सात्विक भोजन वितरण किया जाता है! (प्रसुताओ, अन्य रोगियो, उनके अटेंडर्स एवं कोई भी ज़रुरतमंद एवं पात्र व्यक्तियो को) जो कि “निशुल्क संध्याकालीन भोजन व्यवस्था” खानपुर के लिए प्रेरणास्रोत साबित हुई।
इसके साथ ही .संक्रांति पर ब्लॉक सरकारी विद्यालयो मे बच्चों को जीवदया शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षण सामग्री किट (स्टेशनरी किट) वितरित किये गए!स्टेशनरी किट में एक नोटबुक, एक पेंसिल, एक पेन, एक शोपनेर, एक रबर, एवं एक तिल्ली लड्डू है। नगर मे स्थित वृद्धाश्रम मे भी सभी प्रभु जी को टीम द्वारा नियमित रुप से सेवाए दी जाती है! इतना ही नहीं सस्था द्वारा कई वर्षो से रक्तदाता समुह मे एवं समय समय पर रोटी बैंक, अंत्योदय वस्त्र बैंक, स्टेशनरी बैंक, हर हाथ कलम अभियान मे भी सहयोग किया जाता है। प्रमोद सोनी की प्रेरणा से वर्ष 2020 से हर वर्ष नगर के सभी लगभग 500-600 बेसहारा गौवंश को भीषण गर्मी रोज में हरा चारा वितरित किया जाता रहा है।लाकडाउन मे बिना पहचान उजागर किये जरूरतमंद परिवारो की मदद की गई।पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से हर वर्ष सैकडो सीड पेंसिल, पेन एवं नोटपेड का निशुल्क वितरण किया गया जो कि पूर्णतया वेस्ट न्यूजपेपर से बने हुए हैं। और इस्तेमाल के बाद गमले मे लगाने पर पौधा उगता है । इतना ही नहीं जन्मदिन /मांगलिक अवसर पर लाखो खर्च करने वाले जन साधारण को गौशाला में चारा, मंदिर में अभिषेक शांतिधारा, वृद्धाश्रम, अस्पताल में असहाय लोगों को भोजन, वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करना। इस हेल्पलाइन का उद्देश्य रहा