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गोमूत्र में गंगाजी विराजमान, इसलिए गंगाजल न मिले तो गोमूत्र छिड़कर करते हैं स्थल पवित्र : प्रदीप मिश्रा

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  • अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने शिवधाम ग्राम कोड़िया में शिवमहापुराण के चौथे दिन कहा कि अभी चुनाव आ रहा है

भिलाई अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने शिवधाम ग्राम कोड़िया में शिवमहापुराण के चौथे दिन कहा कि अभी चुनाव आ रहा है । लोगों का हाथ जोड़ेंगे कि पांच साल के लिए कुर्सी मिल जाएगी लेकिन यदि महादेव से हाथ जोड़ो तो जिंदगीभर का सुख मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में नेता के साथ यह कहते है कि भईय्याजी संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। यदि ये साथ होते तो संघर्ष करने की जरूरत ही नहीं पड़ती । इस दौरान व्यासपीठ का पूजन यजमान प्रदीप जानकी साहू, काशीनाथ सरोज साहू, रामभाऊ साहू, रूक्मणी साहू, दिनेशचंद साहू, सोनकुंवर साहू , लक्ष्मीनारायण साहू सहित परिवार के लोगों ने किया ।

  • जितने छोटे बनोगे उतना सुख मिलेगा

कथावाचक पं. मिश्रा ने कहा कि जितना छोटे बनकर रहोगे उतना सुख मिलेगा। उन्होंने घर की बहुओं का उदाहरण देते हुए इसे बताया। उन्होंने कहा कि घर में छोटी बहू यदि गलती कर दे तो सास कह देती है कि अभी छोटी है आगे सीख लेगी ।

  • गंगा मईया और गौ माता में कौन श्रेष्ठ

अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पं. मिश्रा ने गौ पितर शिवमहापुराण में गंगा मईया और गौ माता में कौन श्रेष्ठ है इसकी कथा विस्तार से सुनाई। उन्होंने कहा कि एक दिन गौ माता सुरभि और कश्यप ऋषि घूम रहे थे। सामने से एक सुंदर स्त्री आई और कुछ देर में ही ओझल हो गई। यह गंगा मईया थी। गंगा मईया को ईष्या ने घेर लिया। गंगा सीधे ब्रम्हाजी के पास गई और कहा कि मैं बड़ी हूं कि गौ माता सुरभि। ब्रम्हाजी ने उसे महादेव के पास भेजा। महादेव ने कहा कि तेरे जल में डुबकी लगाने के लिए लोग तुम्हारे पास जाते हैं तब उन्हे मोक्ष मिलता है और गौ माता खुद हमारे दरवाजे आती है । केवल दर्शन मात्र से ही मोक्ष मिल जाता है। इसलिए गंगा तुम गौ मूत्र में विराजमान हो जाओ, जिस तरह 33 कोटि देवी देवता बैठे हैं। मेरा 11 रूद्र के रूप में गौ माता के उदर से अवतरित होऊंगा तब तुम मेरे साथ रह सकती हो। इसलिए गंगा का जल न मिले तो गो मूत्र छिड़क कर हम स्थल पवित्र करते हैं।

  • नीट में सलेक्शन के दो पत्र

कथा के दौरान पं. मिश्रा ने लोगों के पत्र भी पढ़े। ननकट्ठी की शिक्षिका संतोषी निषाद ने पं मिश्रा के उपायों से अपने पुत्र का नीट में चयन होने की बात लिखी थी। कोहका निवासी दाक्षी साहू भी नीट में सलेक्शन होने पर यहां प्रणाम करने पहुंची थी। रूद्राक्ष का जल और बेलपत्री के प्रयोग से शांतिनगर कोहका निवासी शशि ध्रुवे ने किडनी लीवर की बीमारी से मुक्ता होना बताया। दनिया की सिम्मी साहू के बच्चे के दिल में छेद का ठीक होना और भाटागांव के नरेन्द्र साहू ने अपनी भाभी के पिता को 14 चाकू लगने के बाद फिर से प्राण वापस आने जैसा पत्र भेजा था।