Home धर्म - ज्योतिष तेरा है ना मेरा यह चिड़िया रैन बसेरा ऐलक श्री क्षीरसागर महाराज

तेरा है ना मेरा यह चिड़िया रैन बसेरा ऐलक श्री क्षीरसागर महाराज

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रामगंजमंडी – 10 लक्षण पर्व के नवम दिन उत्तम आंकिचन धर्म की पूजा की गई। पूज्य ऐलक श्री 105 क्षीरसागर महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि सब को एक दिन सब कुछ छोड़कर जाना होता है जिसको अपना कहते हैं वह अपना नहीं है। जीव खाली आता है और खाली ही जाता है हम अपना अपना कहते हैं। व्यक्ति का जीवन इसी मिथ्या धारणा पर चलता है । उन्होंने कहा कि वास्तविकता से व्यक्ति परिचित न होकर व्यक्ति गलत कार्य कर देता है। जीव यह मान बैठा है। उन्होंने कहा एकत्व एवं अन्यत्व भावना को धर्म के द्वारा ही समझा जा सकता है। यह आंकिचन धर्म सब कुछ छोड़कर राग भाव को समाप्त करने  के लिए कहता है। तन धन को साथी समझा था पर वह भी मुझे छोड़ चला जाता। नाम यहीं पर मिला है और यहीं पर छूट जाता है नाम अपना नहीं रह जाता। दर्शन और ज्ञान आत्मा की गुण है। यदि वास्तविक पहचान आत्मा के गुण से कर ले तो स्वयं को पहचान पाओगे। आज का धर्म यही कहता है कि त्याग की भावना से जो छोड़ा है। और जो त्याग करने के प्रति लगाव लगा है उसको भी छोड़ना उसके प्रति ममत्व को छोड़ना ही उत्तम आकिंचन धर्म कहलाता है। महाराज श्री ने कहा की जड़ वस्तु के प्रति प्राणों की आहुति देना समझदारी की बात नहीं है। परिग्रह की आसक्ति कुछ विपरीत दृष्टि दिखलाती है। आजकल व्यक्ति के मन में यह है कि मेरा तो मेरा तुम्हारा भी मेरा। रावण और कौरव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपना तो अपना पर को अपना कर अपना जीवन गवा दिया । लेकिन जो हमारा अधिकार है वह हमें लेना चाहिए पांडवों ने अधिकारों के लिए संघर्ष किया। जो व्यक्ति यह भावना पाते हैं वह प्रशंसनीय कहलाती है कि तेरा है ना मेरा यह चिड़िया रैन बसेरा । श्री वीर जैन सोशल ग्रुप के अध्यक्ष सुनील सुरलाया से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीमहावीर दिगंबर जैन मंदिर पर आकिंचन धर्म दिवस पर प्रथम अभिषेक शांतिधारा का पुण्य लाभ श्रीमती मधु पदम सुरलाया को एवम द्वितीय शांतिधारा का पुण्य लाभ महेंद्र रश्मि ऐश्वर्य अमिता ठौरा को प्राप्त हुआ संध्याकाल पर भक्तामर स्तोत्र से मंत्रित 48 दीपकों द्वारा महा आरती का सौभाग्य महेश कुमार आशीष मनीष ठौरा को मिला महाआरती के पश्चात श्री वीर जैन सोशल ग्रुप द्वारा धार्मिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया 

  • अनंत चतुर्दशी पर्व पर निकाली जाएगी शोभायात्रा

10 लक्षण पर्व के अंतिम दिन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से निकल जाएगी जानकारी देते हुए श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन समाज अध्यक्ष दिलीप कुमार विनायका महावीर दिगंबर जैन मंदिर महामंत्री पदम सुरलाया ने बताया कि दोपहर की बेला में नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए शोभायात्रा निकाली जाएगी जो जो बाजार नंबर एक शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर एवम महावीर मंदिर पर संपन्न होगी। एवं शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में कलश अभिषेक एवं महावीर दिगंबर जैन मंदिर में कलश अभिषेक संपन्न होंगे।