Home धर्म - ज्योतिष श्री 1008 आदिनाथ नवग्रह पंच बालयती दिगंबर जैन मंदिर में धूमधाम से...

श्री 1008 आदिनाथ नवग्रह पंच बालयती दिगंबर जैन मंदिर में धूमधाम से मनाया पर्यूषण पर्व

14
0

भाटापारा – श्री 1008 आदिनाथ नवग्रह पंच बालयती दिगंबर जैन मंदिर भाटापारा छत्तीसगढ़ में पर्यूषण पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज पर्यूषण पर्व का सातवां दिन उत्तम तप धर्म है। प्रातः काल 7:00 बजे मंगलाष्टक प्रारंभ किया गया, 7.15 पर श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा पांडुकशिला  में विराजमान की गई, 7:30 पर अभिषेक प्रारंभ हुआ ,आज की शांति धारा का सौभाग्य सचिन  गदिया एवं अभिषेक मोदी को प्राप्त हुआ। शांति धारा के पश्चात भगवान की मंगल आरती संपन्न हुई ।मंगल आरती के पश्चात सभी ने मिलकर पर्युषण  पर्व पर धूमधाम से पूजा प्रारंभ की सर्वप्रथम बीस तीर्थकर पूजा ,सोलहकारण पूजा, , दसलक्षण पूजा , स्वयंभू स्तोत्र का वाचन सम्पन्न हुआ।

 धर्म सभा को संबोधित करते हुए त्यागी  अभिषेक जी ने बतलाया धर्म की इमारत त्याग की नीव पर ही खड़ी होती है…..अभिषेक जी

धर्म का आठवां लक्षण है उत्तम त्याग ,त्याग का अर्थ है मूर्छा का विसर्जन, पर पदार्थ से महत्व भाव को छोड़ना। पर वस्तुओं के रहते ममत्व भाव छूटता नहीं ,अतः इस बाह्य परिग्रह का भी त्याग किया जाता है। परिग्रह के समान भार अन्य नहीं है। जितने भी दुख, दुर्ध्यान,क्लेश , बैर ,शौक , भय अपमान है, वे सभी परिग्रह के इच्छुक होते हैं। जैसे-जैसे परिग्रह से परिणाम भिन्न-होने लगते हैं परिग्रह में आसक्ति कम होने लगती है। वैसे-वैसे ही दुख भी कम होने लगता है। वैसे तो सभी वस्तुएं पहले से ही अपने आप छूटी हैं। केवल पदार्थों के संबंध में यह मेरा है, इस तरह का भाव लेने का नाम है  ग्रहण और मेरा नहीं है इस प्रकार का भाव कर लेने का नाम है त्याग । मोक्ष मार्ग में त्याग का बहुत महत्व है इससे सर्व संकट दूर हो जाते हैं ।धर्म की इमारत त्याग की नीव पर ही खड़ी होती है। आत्मा को पवित्र करने के लिए त्याग अत्यंत आवश्यक है। यद्यपि आत्मा आरूपी है अविनश्वर है, किंतु जड़ पदार्थों की संगति से आत्मा भी वैसी ही लगने लगती है, इसलिए आत्म स्वभाव को पाने के लिए अंतरंग एवं बहीरंग समस्त परिग्रह का त्याग करना अनिवार्य है । रात्रि में श्री जी की , आचार्य विद्यासागर जी महाराज,  मुनि श्री चिन्मय सागर जी महाराज की मंगल आरती संपन्न हुई । सुरभि मोदी ,नेहा मोदी एवं बेबी अनायसा मोदी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए गए । आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुमन लता मोदी, आलोक मोदी, अभिषेक मोदी ,अभिनव, अभिनंदन ,अक्षत , अरिंजय, अविरल मोदी ,नेहा, सुरभि ,रजनी मोदी ,नवीन कुमार ,नितिन कुमार, सचिन कुमार ,पंकज, अक्षत, अंजू ,  भावना गदिया ,संदीप सनत कुमार जैन, लाला जैन आदि उपस्थित थे।