- कांग्रेस के काले दस्तावेज में उसका रामद्रोही चेहरा बेनकाब
रायपुर – भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री, वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सत्य की राजनीति करती हैं। सत्य ही धर्म है। कांग्रेस असत्य की राजनीति करती है। भूपेश बघेल का डीएनए ही रामद्रोही है। कांग्रेस का चरित्र हिंदू विरोधी है। इसका प्रमाण यह है कि कांग्रेस द्वारा जारी बुकलेट में राम मंदिर पर सवाल खड़े किए गए हैं। कांग्रेस वोट लेने के लिए कालनेमि की तरह राम राम जपती है और तब भी उसका विद्रूप चेहरा उसके दस्तावेज के रूप में सामने आ जाता है। कांग्रेस और छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार हिंदू विरोधी एजेंडे पर काम कर रही है। कालनेमि कांग्रेस को जनता रूपी हनुमान की गदा पड़ने वाली है।कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई ने अपने कथित ‘काला चिट्ठा’ के बिंदु क्रमांक 82 में पूछा है कि धर्म के नाम पर राजनीति कब तक होती रहेगी? अब हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस अधर्म और पाप की राजनीति ही चलने देना चाहती है? हिन्दू द्रोह की पापी राजनीति में गले तक डूबी कांग्रेस के चेहरे चाहे जितने हों, चाहे वह जितने मुखौटे लगा ले, लेकिन यह स्पष्ट है कि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में वोट देना वास्तव में हिन्दू धर्म को समाप्त करना है। कांग्रेस ने जो काला चिट्ठा जारी किया, उससे एक बार फिर समझ में आ गया कि कांग्रेस रामद्रोही है। इसी तरह उस काले दस्तावेज के बिंदु क्रमांक 83 में कांग्रेस पूछती है कि राम मंदिर बन जाने से युवाओं को नौकरी शिक्षा और बेटियों को सुरक्षा मिल जाएगी? यह वही लाइन है जिसे हिन्दूद्रोही तत्व लगातार दुहराते रहे हैं । उन्होंने कहा कि अब जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सुनिश्चित हार करीब है, तब एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि कालनेमि के समान वोट के लिए अपना चेहरा बदलने की कोशिश करने वाली कांग्रेस अंत समय में अपने असली दानवी रूप में सामने आ गयी है। स्वतन्त्रता के बाद अभी तक सैकड़ों ऐसे उदाहरण हैं, जिससे कांग्रेस ने यह बार-बार साबित किया है कि उसे हिंदू धर्म और आराध्य प्रभु श्री राम से घृणा है । बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों देश में एक घमंडिया गठबंधन बना है। यह गठबंधन वास्तव में देश और सनातन धर्म के खिलाफ एक बड़ी साजिश के तहत सामने आया है। कांग्रेस सम्मिलित इस गठबंधन के नेता और तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि ने हिन्दू धर्म को मलेरिया, डेंगू और कोरोना कहते हुए उसको ख़त्म करने की बात कही है। भारतीय जनता पार्टी हिंदू धर्म और देश के खिलाफ चल रही ऐसी साजिश की भर्त्सना करती है और इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करने की चेतावनी देती है।
कांग्रेसियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि धर्म के नाम पर देश के दो टुकड़े आप ने ही किया। 2007 में कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि राम सीता हनुमान और बाल्मीकि काल्पनिक किरदार हैं। इसलिए रामसेतु का कोई धार्मिक महत्व नहीं माना जा सकता। उसके पहले संसद में प्रदर्शन करने जा रहे नागा साधुओं पर इंदिरा गांधी ने जनरल डायर की तरह गोलिया चलवाई थीं। कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर की सुनवाई जुलाई 2019 तक टालने का अनुरोध किया था। कांग्रेस कभी राम मंदिर निर्माण के पक्ष में ही नहीं थी। कांग्रेस नेता सुशील शिंदे ने हिंदू आतंकवाद नाम का शब्द गढ़ा था ताकि हिंदुओं को बदनाम करके विश्व भर में फैले मुस्लिम आतंकवाद की तरफ से ध्यान भटका सके । राहुल गांधी ने 2014 में कांग्रेस के महिला सम्मेलन में कहा था कि जो लोग मंदिर जाते हैं वही लोग लड़कियां छेड़ते हैं। पूरा प्रदेश जानता है कि प्रभु श्री राम के बारे में अपशब्द कहने वाला खुलेआम घूम रहा है। लॉकडाउन में नंद कुमार बघेल ने कहा था कि मोदी राम से बड़ा दुष्ट है । छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से लगातार बहुसंख्यक वर्ग पर अत्याचार हो रहे हैं। हम कांग्रेस सरकार से मांग करते हैं कि या तो अपने हिंदू विरोधी एजेंडा पर खुलकर आ जाए या अपने कार्यों के लिए माफी मांगे ।