रायपुर – ज्ञान, विज्ञानं एवं अध्यात्म के त्रिवेणी संगम जहाँ का वातावरण सभी के मन को शांति और ध्यान के प्रति करता है आकर्षित वो है श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय। इसके साथ ही श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय ने ध्यान की उपयोगिता को बताने के लिए “हर घर ध्यान अभियान” के तहत 25 अगस्त को ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, यह कार्यक्रम भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की एक पहल है और आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एडवांस्ड मेडिटेशन प्रोग्राम टीचर श्री अश्विनी कुमार जग्गी जी रहे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं शिक्षकगण भी उपस्थित हुए । इस अवसर पर कुलपति प्रो.एस.के. सिंह द्वारा अतिथियों का स्वागत शाल तथा पुष्प गुच्छ देकर किया गया और स्वागत उद्बोधन में कुलपति जी ने ध्यान की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। ध्यान की शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यकता बताते हुए कहा की ज्ञान का अर्जन जब तक समाज के लिए उपयोगी न हो तब तक वह व्यर्थ है, ध्यान के माध्यम से व्यक्ति स्वयं तथा समाज का विकास कर सकता है, उन्होंने सभी को प्रतिदिन थोडा समय निकलकर ध्यान का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया |
कार्यक्रम “हर घर ध्यान” मे ध्यान तकनीक, ध्यान के फायदों और आध्यात्मिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर श्री अश्विनी जग्गी, आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों से विचार-विमर्श किया गया तथा ध्यान का एक लघु सत्र भी कराया गया| इस सत्र में ध्यान की महत्वपूर्ण तकनीकों का अभ्यास किया गया और ध्यान के माध्यम से मानसिक शांति और स्थिरता को अनुभव किया गया | अश्विनी जग्गी, ने ध्यान के सामाजिक, भावनात्मक, और शारीरिक लाभों पर प्रशिक्षण दिया और सुनने वालों के मन में आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने कहा की ध्यान मस्तिष्क तथा दिल के मध्य की दुरी को मिटाता है तथा श्वासों पर नियंत्रण का सबसे अच्छा उपाय है ,श्वास पर नियंत्रण से मन नियंत्रित होत्ता है तथा मन पर नियंत्रण से श्वास नियंत्रित होती है कार्यक्रम के समापन में कुलसचिव श्री सौरभ कुमार शर्मा ने ध्यान और आध्यात्मिकता के महत्व को समझाने का प्रयास किया और आध्यात्मिक जीवन के आयामों के प्रति उत्साहित किया साथ ही द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर किया गया |