बडौत – आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के शिष्य जैन मुनिश्री अनुत्तर सागर जी महाराज, जिनकी चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है, उनके 46वें अवतरण दिवस को धर्मनगरी बडा़ैत में जैन श्रद्धालुओं द्वारा हर्षोल्लास से मनाया गया। बता दें कि, उपवास की साधना के लिए जैन मुनि का नाम गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने 12 साल में अभी तक 1850 उपवास किये हैं। उनके उपवास में खाने की तो बात ही दूर, पूरे 24 घण्टे में एक बूंद पानी भी नहीं लिया जाता। मुनिश्री द्वारा वर्ष 2023 में 256 से अधिक उपवास का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त मुनि अनुत्तर सागर जी 1011 दिन की मौन तपस्या भी कर चुके हैं तथा 9 राज्यों में 26,000 किमी की पद यात्रा भी कर चुके हैं और 76 से अधिक पंचकल्याणकों में अपना मंगल सानिध्य भी दे चुके हैं ।