रायपुर – कर्नाटक के निर्मम हत्या कांड में दिवंगत जैन आचार्य श्री कामकुमार नंदी मुनिराज को स्थानीय फाफाडीह स्थित दिगंबर जैन मंदिर में विनियांजली सभा आयोजित कर समाज जनों के द्वारा अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। सभा में श्री दिगंबर जैन खंडेलवाल पंचायत के अध्यक्ष अरविंद बड़जात्या ने इस दुखद घटनाक्रम पर अपना रोष प्रकट करते हुए राष्ट्रपति एवं राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया। श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश रारा ने अपनी विनियांजली अर्पित करते हुए कहां कि समाज जब जब भी संगठित होकर किसी मुद्दे पर आंदोलनरत हुआ है, तब निश्चय ही सफलता को प्राप्त किया है। टुकड़ो टुकड़ो में बंटा हुआ समाज कभी भी कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर सकता। श्री रारा ने अतीत में धर्म की रक्षा के लिए जैनों के द्वारा किए गए बलिदान के इतिहास पर प्रकाश डाला। पंडित अजीत कुमार शास्त्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज विष्णु कुमार मुनि आपकी रक्षा के लिए नहीं आएंगे, अब आपको अपनी रक्षा स्वयं ही करनी होगी। प्रखर प्रवक्ता राजकुमार गंगवाल ने कहा कि इतिहास गवाह है पूज्य आचार्य विवेक सागर महाराज के सानिध्य में छत्तीसगढ़ जैन समाज ने मूडबद्री मूर्ति चोरी प्रकरण में निर्णायक लड़ाई लड़ कर अपेक्षित परिणाम को हासिल किया। फिल्म निर्माता संतोष जैन ने कहा कि ज्वलंत मुद्दों पर समाज को संगठित होकर लड़ना जितना आवश्यक है पूज्य साधु भगवंतो का भी दायित्व बनता है कि पंथवाद के व्यामोह से निवृत रहते हुए श्रावक समुदाय की एकता का पथ प्रशस्त करें।
सभा के अंत में महामंत्र णमोकार के उच्चारण के साथ उपस्थित जनों ने दिवंगत आचार्य को अपनी विनियांजली अर्पित की । सभा में मुख्य रूप से दिगंबर जैन खंडेलवाल पंचायत के सचिव सुरेश पाटनी, पूर्व अध्यक्ष धर्मचंद बाकलीवाल, सुधीर बाकलीवाल, ऋखभ चंद गंगवाल, सुभाष गोधा, चैम्बर के पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद जैन, पवन रारा, विमल गंगवाल, योगेंद्र पाटनी एवं पाठशाला के बच्चों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।