Home छत्तीसगढ़ सिद्धों की आराधना का महापर्व – सिद्धचक्र महा मंडल विधान 

सिद्धों की आराधना का महापर्व – सिद्धचक्र महा मंडल विधान 

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राजिम / नवापारा – त्रिवेणी संगम के पवन तट पर स्थित धार्मिक  नगरी में सिद्धों की आराधना सिद्धचक्र महामंडल विधान का 19 जून से 25 जून तक धर्ममय आयोजन दिगंबर जैन समाज द्वारा किया गया है । जिसमें श्रावक गण भक्ति भाव पूर्वक सम्मिलित होकर अपने आपको धन्य करते हुए पुण्य का संचय का रहें हैं । परमपूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी , पूज्यनीय आर्यिका गुरुमति माता जी के मंगल आशीर्वाद एवम् पूज्य छुल्लक श्री उद्दयमसागर जी की मंगल प्रेरणा से यह भक्तिमय आयोजन बालब्रह्मचारी श्री संजय भैया जी एवम् बाल ब्रम्हचारी श्री सुनील भैया के कुशल निर्देशन में संपन्न हो रहा है । इस महाआयोजन अपनी चंचला लक्ष्मी का सदुपयोग कर पुण्यार्जक बनने का सौभाग्य पूर्व में समाज के आधार स्तंभ रहे स्वर्गीय पंडित बालचंद जी के परिजन  श्री रमेश चंद – संतोष जी , श्री राजकुमार – प्रतिभा जी, श्री राजेश – विनीता जी, श्री राकेश – पायल जी , श्री पीयूष – स्वाति जी एवम् श्री पंकज – श्रद्धा जी तथा समस्त परिवार को प्राप्त हुआ ।

इस माह आयोजन में प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से अभिषेक , पूजन एवम् विधान रात्रि 7 बजे से महा आरती , भक्तामर महामंगल पाठ एवम् भैया जी के प्रवचन  होंगे । सिद्धों की आराधना हो और देवता गण भक्ति करने न आएं ऐसा संभव ही नहीं । प्रथम दो दिवस सूर्य देवता अपनी पूरे दलबल के साथ भक्ति में दुबके रहे, तो वरुण देवता भी कहां पीछे रहने वाले थे तृतीय दिवस पर संध्या के समय वे भी भक्ति करने हेतु पधारे । उनके आगमन से समझी नहीं नगरवासी भी प्रफुल्लित हुए । रिमझिम बारिश के मध्यआज की महा आरती एवं भक्तामर महामंगल पाठ पूर्ण हुआ । यह धार्मिक आयोजन नित नई नई विधाओं को अपने में समेटे हुए, निर्विघ्न ,सानंद, एवम् धर्ममय पूर्ण होगा । ऐसी सभिनकी मंगल भावना हैं।