लोकसभा से कांग्रेस की सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस के कार्यकर्ता देशभर में हंगामा कर रहे हैं. केंद्र की बीजेपी सरकार पर विपक्ष को दबाने का आरोप लगा रहे हैं.
इसी मुद्दे पर अब कांग्रेस देशभर में जनता के बीच जाने की रणनीति बना रही है. इसी कड़ी में देश के अलग अलग राज्यों में कांग्रेस के बड़े नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर राहुल गांधी को एक साजिश के तहत लोकसभा से निकालने का आरोप लगा रही है.
‘राहुल गांधी को साजिश के तहत लोकसभा से निकाला गया’
दरअसल बुधवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने प्रदेश कांग्रेस भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के कई मंत्री और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम मौजूद थे. कुमारी सैलजा ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा ”राहुल गांधी के मामले में कोर्ट के फैसले के बाद जिस तत्परता (जल्दबाजी) से उनका सदस्यता रद्द कर दी गई, इसमें षड्यंत्र नज़र आ रही. उन पर कार्रवाई इसलिए की कि उन्होंने पीएम मोदी की दुखती रग पर हाथ रख दी थी.”
कांग्रेस ने कहा- कानूनी लड़ाई हम अदालत में लड़ेंगे
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैलजा ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस सड़क से संसद और कोर्ट तक की लड़ाई लड़ेगी. हम जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर जाएंगे. हमारा संघर्ष जारी रहेगा. हम चुप बैठने वाले नहीं है. सैलजा ने आगे कहा कि कानूनी कार्रवाई पर हम टिप्पणी नहीं करेंगे. कानूनी लड़ाई हम अदालत में लड़ेंगे. भाजपा ने इस मामले को ट्विस्ट किया. 23 मार्च को राहुल गांधी को कोर्ट से सजा का फैसला सुनाया गया. इसके बाद 24 घंटे के भीतर तत्परता से लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी और दो दिन बाद अब उन्हें मकान खाली करने को कहा जा रहा है. ये बीजेपी की निम्न स्तर की राजनीति है.
ओबीसी वर्ग के अपमान पर कांग्रेस का पलटवार
कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इसे ओबीसी वर्ग का अपमान बताया. इस मामले में कुमारी सैलजा ने पलटवार करते हुए कहा कि आज की बुनियादी लड़ाई देश के लोकतंत्र को बचाने की है. जेपी नड्डा ने ओबीसी कार्ड खेला. इसमें ओबीसी कार्ड कहां से आ गया. हमारे 2-2 मुख्यमंत्री ओबीसी समाज से है. ये भ्रष्टाचार की लड़ाई नहीं लड़ रहे, ये जाति की लड़ाई लड़ रहे.