Surguja ; पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Surguja) के मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच 21 मार्च की रात शहर सहित अन्य इलाकों में चमक गरज के साथ झमाझम बारिश हुई. वहीं दूसरे दिन 22 मार्च को भी दोपहर बाद बारिश हुई. ऐसे में सरगुजा पिछले 24 घंटे में 5.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इस समय हो रही बारिश को गेहूं सहित अन्य रबी फसलों के लिए वरदान बताया जा रहा है.
वहीं संभाग के जिन इलाकों में ओलावृष्टि हो रही है उन इलाकों में फसल की तबाही भी हो रही है. 21 मार्च को कोरिया जिला के अलावा बलरामपुर जिला के कुसमी सामरी पाट में भी ओलावृष्टि हुई थी.
पड़ोसी जिलों में ओला वृष्टि होने से सरगुजा जिले के किसान भी चिंतित नजर आ रहे हैं. किसानों का कहना है कि यदि ओलावृष्टि हुई तो उन्हें गेहूं सहित अन्य फसल में काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. मौसम वैज्ञानिक अक्षय मोहन भट्ट ने बताया कि पुनः एक नए पछुआ के दस्तक देने की संभावना है, जिससे मार्च महीने के शेष दिनों में भी मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ कहीं-कहीं झमाझम बारिश और ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है. 22 मार्च को अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बारिश को टमाटर सहित साग, भाजी की फसल के लिए नुकसान दायक भी बताया जा रहा है.
दिन का तापमान सामान्य से 9 डिग्री कम
मौसम वैज्ञानिक अक्षय मोहन भट्ट ने बताया कि आज सरगुजा का अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 9.0 डिग्री सेल्सियस कम है. इसी प्रकार न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस की कमी के साथ 14.8 डिग्री से ल्सियस दर्ज किया गया. सामान्य से तापमान के काफी नीचे चले जाने से हवा में ठंडक बने रहने के साथ सुबह, शाम लोगों को गर्म कपड़े का सहारा लेना पड़ रहा है.