पंजाब के विधानसभा चुनावों में सरकार और गुजरात चुनावों में मिली बढ़त से उत्साहित आम आदमी पार्टी (AAP) राजस्थान को लेकर अपना चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है जहां सोमवार को राजधानी जयपुर में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तिरंगा यात्रा निकालने जा रहे हैं.
वहीं तिरंगा यात्रा निकालने के बाद केजरीवाल और मान लोगों को भी संबोधित करेंगे. जानकारी के मुताबिक करीब आधा किलोमीटर की इस तिरंगा यात्रा में सभी आप के कार्यकर्ता और पदाधिकारी राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हाथ में लेकर चलेंगे. आप के राज्य प्रभारी विनय मिश्रा के मुताबिक तिरंगा यात्रा से कांग्रेस शासित राज्य में पार्टी आधिकारिक चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही है और इसके बाद जमीनी स्तर पर प्रचार-प्रसार तेज किया जाएगा. मालूम हो कि राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) इस बार पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है जिसके लिए पिछले कई दिनों से अलग-अलग जिलों में सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.
वहीं आप ने बीते दिनों अडानी मामले पर भी जयपुर में एक प्रदर्शन किया था. क्या रहेगा तिरंगा यात्रा का कार्यक्रम ? आप के प्रदेश चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि सोमवार को 12 बजे जयपुर में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान तिरंगा यात्रा की शुरूआत करेंगे. वहीं कार्यक्रम के मुताबिक यात्रा सांगानेरी गेट से शुरू होगी जिसके बाद बापू बाजार, न्यू गेट, नेहरू बाजार से होते हुए अजमेरी गेट पर यात्रा का समापन होगा.
वहीं अजमेरी गेट पर यात्रा के समापन के बाद ही अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान लोगों को संबोधित करेंगे. ‘मुस्लिमों को बना दिया सेकुलरिज्म का कुली’ ओवैसी बोले- वोट देने के साथ लेना भी सीखें मिश्रा ने आगे कहा कि तिरंगा यात्रा राजस्थान की जनता के लिए काफी अहम है क्योंकि यहां पिछले कई सालों से हर 5 साल बाद बीजेपी और कांग्रेस सरकार बनाकर जनता को लूटती रही है और आज राजस्थान के हालात बेहद खराब हैं जहां कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है और युवाओं के पेपर लीक होते जा रहे हैं. वहीं वीरांगनाओं के आंदोलन पर बोलते हुए मिश्रा ने कहा कि जब कांग्रेस बीजेपी की तानाशाही की बात करती है तो यहां पुलवामा की शहीदों की मांग को नहीं सुनना क्या है? उन्होंने कहा कि आप चुनावों में बेरोजगारी और पेपर लीक जैसे मसलों को प्रमुखता से जनता के बीच उठाएगी और अब राजस्थान को बदलाव की जरूरत है.
बेरोजगारी-पेपर लीक पर ‘आप’ हमलावर आप के राज्य चुनावों में एंट्री को लेकर बताया जा रहा है कि पार्टी राज्य की बेरोजगारी और पेपर लीक को मुख्य मुद्दा बना सकती है. इसके अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों का सफल प्रयोग पंजाब जैसे राज्य में करने के बाद राजस्थान में भी इसी ट्रेक पर जनता के बीच जा सकती है. मालूम हो कि आम आदमी पार्टी ने पिछली बार भी राज्य में विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमाई थी जहां पार्टी को भारी निराशा हाथ लगी थी. जानकारी के मुताबिक 2018 के विधानसभा चुनावों में आप का राजस्थान में खाता नहीं खुला था.
वहीं 2023 के चुनावों में आप ने सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है जिसके लिए पार्टी राज्य में अपने संगठन का विस्तार, गांवों में जनसंपर्क जैसे अभियान चला रही है. बाबा के सम्मान में, BJP मैदान में क्यों किरोड़ी लाल मीणा के बहाने एक जाजम पर जुटे दिग्गज? आप के राजस्थान चुनाव प्रभारी मिश्रा ने कह, हमारा लिटमस टेस्ट पार्टी का सदस्यता अभियान था, जिसे 29 जनवरी को लॉन्च किया गया था और आज हमारे साथ 4.50 लाख से अधिक सदस्य हैं। अगले सप्ताह तक हम गांव, ब्लॉक, जिला, विधानसभा और राज्य से लेकर विभिन्न स्तरों पर अपने संगठन का गठन कर लेंगे। मई तक, हम अपनी सेना के साथ तैयार हो जाएंगे।