सीएम बघेल ने पीएम मोदी से जनगणना कार्यक्रम जल्द निर्धारित करने के लिए निर्देश देने की अपील की है.
जातिगत जनगणना की मांग को लेकर मचे घमासान के बीच अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनगणना का राग अलाप दिया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर देश में जल्द जनगणना कराने की मांग की है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि देश में पिछले 150 साल से हर 10 साल में जनगणना का कार्य संपादित होता आया है. उन्होंने कहा है कि जनगणना के माध्यम से देश में पिछले 10 साल के दौरान सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में हुए परिवर्तनों से जुड़े आंकड़े जुटाए जाते हैं. सीएम बघेल ने कहा कि इन आंकड़ों के आधार पर देश और राज्यों के विकास के लिए कल्याणकारी नीतियां बनाने में सहायता मिलती है. उन्होंने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में ये भी कहा है कि साल 2011 में जनगणना के साथ पहली बार सामाजिक, आर्थिक, जातिगत सर्वेक्षण भी कराया गया था. सीएम बघेल ने कहा है कि इस सर्वेक्षण के आधार पर ही पात्र हितग्राहियों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा था. उन्होंने कहा कि ये सर्वेक्षण 10 साल के लिए ही प्रभावी था. सीएम बघेल ने आगे कहा है कि पिछले 12 साल में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और सामाजिक, आर्थिक परिवर्तनों को देखते हुए ये आंकड़े अब उपयुक्त और प्रासंगिक नहीं रह गए हैं. उन्होंने कहा कि जनगणना के साथ ही वंचित और पात्र हितग्राहियों की जानकारी के लिए सामाजिक, आर्थिक और जातिगत सर्वेक्षण का कार्य भी जल्द से जल्द शुरू कराया जाए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने ये मांग भी की है कि सर्वे में ये जरूर देखा जाए कि पिछले 10 साल में योजनाओं से लाभार्थियों को वास्तव में कितना लाभ हुआ है. उन्होंने जनगणना के महत्व और गरीबों के हितों का ध्यान रखते हुए जनगणना के लिए तिथियों का निर्धारण कर कार्यक्रम का जल्द ऐलान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने की अपील की है.