रायपुर रेल मंडल के वैगन रिपेयर शॉप (डब्ल्यूआरएस) में दो करोड़ घपले की पड़ताल के दौरान खुलासा हुआ है कि आरोपी रोहित पालीवाल ने रेलवे के खाते से अपना फोन और टीवी चैनल तक रिचार्ज किया है। घर का गैस सिलेंडर भी बुक कराया और उसने कुछ सटोरिए के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर किया है।
चौकाने वाली बात यह है कि स्टोर एंड बजट शाखा के पांच खाते हैं, जिसमें पैसों का लेन-देन होता है। उन खातों की अधिकतम लिमिटेशन 15 हजार रुपए है। उससे ज्यादा का लेन-देन एक बार में नहीं कर सकते हैं।
इंप्रेस्ट खाते में अचानक 57 लाख रुपए जमा हुए। उसे नेट बैंकिंग के माध्यम से रोहित ने निकाल लिया। वित्त विभाग के कई अधिकारियों के नाम से 3 से 5 लाख रुपए भी निकाले गए। दो साल तक पांचों खाते (अवार्ड, सर्विस स्टाम्प, इम्प्रेस्ट, डीजल और एक अन्य मद) से पैसे निकलते रहे।
वित्त विभाग में बैठे 15 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगी। उनके हस्ताक्षर से पैसे भी निकलते रहे। पुलिस को शक है कि घपले की रकम भी बढ़ सकती है। टीआई सोनल ग्वाला ने बताया कि डब्ल्यूआरएस के स्टोर एंड बजट शाखा के अधिकारियों का बयान लिया जा रहा है। उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है क्योंकि आरोपी रोहित ने सिर्फ नेट बैंकिंग ही नहीं, अधिकारियों के चेक से भी पैसे निकाले हैं।
उसमें वित्त विभाग के अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं। उनके नाम से ही पैसे निकाले गए हैं। इसलिए इसमें कई लोगों की भूमिका संदेह के दायरे में है। वित्त विभाग में 15 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी हैं, जो पांचों खातों को देखते थे। इन्हीं खातों से आरोपी ने पैसा गबन किया है।
अक्टूबर में फूटा मामला, एफआईआर के पहले संस्पेड
पुलिस के अनुसार अक्टूबर में रेलवे विभाग को इस गड़बड़ी की जानकारी हो गई थी, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी। गड़बड़ी सामने आने के बाद भी रोहित स्टोर एंड बजट शाखा में काम करते रहा। जबकि एक साल पहले उसका तबादला पीसीओ-1 में किया था। वह पीसीओ-1 में जाकर हस्ताक्षर करता था। स्टोर शाखा में बैठता था। उसे 5 दिन पहले की रिलीव किया गया है। उसे 9 जनवरी को सस्पेंड किया गया है, जब पुलिस ने हिरासत में लिया।
क्रिकेट सट्टा में हारा, तो रेलवे से भुगतान किया
रोहित पालीवाल का कई बड़े सटोरियों से संबंध है। वह आईपीएल क्रिकेट सट्टा में लाखों रुपए हार गया है। जब सटोरियों ने दबाव बनाया तो उसने रेलवे का पैसा सीधे सटोरियों के खाते में ट्रांसफर किया है। पुलिस ने बागबहरा के सटोरी मोहम्मद अयुब खान को गिरफ्तार किया है। उसके खाते में 2 लाख जमा हुए है। उसे जुड़े दिनेश महानंद, विवेक जायसवाल, संजू देवांगन और अशफाक हुसैन को गिरफ्तार किया है।
अधिकारी की जगह अपने नंबर पर नेट बैकिंग
पुलिस के अनुसार मुख्य कर्मशाला प्रबंधक का फोन नंबर बैंक में रजिस्टर था। उसी से नेट बैंकिंग के माध्यम से पैसों का ट्रांजेक्शन होता था। उसने धीरे से अपने पर्सनल नंबर को नेट बैंकिंग के लिए रजिस्टर्ड करा लिया। उसी में ओटीपी आता था। वह नेट बैंकिंग से पैसा ट्रांजेक्शन करता था।