कोरोना का नया संक्रमण चीन में हाहाकार मचाए हुए है.चीन के अलावा कुछ और देशों में कोरोना की नई लहर ने दहशत फैला रखी है. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है. केंद्र की गाइडलाइन पर मध्यप्रदेश के हर जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इधर, दो दिन दिन पहले तक मध्यप्रदेश में कोरोना का एक भी मरीज (MP Corona update) नहीं निकल रहा था, लेकिन शुक्रवार को इंदौर में नए 4 मरीजों की पुष्टि (4 new patients in Indore) होने के बाद लगता है खतरे की घंटी बजने लगी है.
इंदौर। मध्य प्रदेश सरकार कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सावधानियां बरत रही है. केंद्र द्वारा मिले लेटर के बाद राज्य सरकार ने हर जिले के सीएमएचओ को सतर्क कर दिया है. सभी सीएमएचओ से कहा गया है कि जो भी पॉजिटिव मरीज निकलते हैं, उन सभी की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए. वहीं, गुरुवार तक मध्यप्रदेश में एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं निकल रहा था. लेकिन शुक्रवार को आई रिपोर्ट में 4 मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने से (Corona Returns MP) हड़कंप मच गया. नए साल के आगमन का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए है अलार्मिंग है.इंदौर में 4 नए कोरोना मरीज मिले
इंदौर में अब कुल 5 मरीज : इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सेत्या के अनुसार शुक्रवार को कोरोना बुलेटिन में कोरोना के 4 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई है. इस प्रकार अब जिले में कुल 5 पॉजिटिव मरीज हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार 105 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है. इसके साथ ही शुक्रवार को 1 कोरोनो मरीज को ठीक होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. बता दें कि तीन दिन पहले तक मध्य प्रदेश में कोरोना पूरी तरह से नियंत्रण में था. पूरे प्रदेश के में केवल केवल 4 मरीजों का इलाज चल रहा था. ये आंकड़ा काफी दिनों से लगातार बना हुआ था.
इंदौर में इन्वेस्टर्स मीट : इंदौर में जनवरी के दूसरे सप्ताह में प्रवासी भारतीयों का सम्मेलन के साथ ही इन्वेस्टर्स मीट होने जा रही है. इसमें कई देशों के प्रतिनिधि इंदौर पहुंचेंगे. ऐसे में कोरोना का खतरा और बढ़ सकता है. कोरोना की पिछली दो लहरों में मध्यप्रदेश में इंदौर की तस्वीर ही सबसे भयावह रही है. अब कोरना की लगातार खामोशी के बाद फिर से इंदौर ने ही खतरे की घंटी बजाई है. इसे देखते हुए फिर से लोगों में डर फैलना लगा है. इंदौर में प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पहले ही निशाना साध चुके हैं. कांग्रेस लगातार कोरोना के मामलों को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार मरीजों की सैंपलिंग पर ध्यान नहीं दे रही है.
मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन की गति धीमी : राज्य सरकार भले ही दुहाई दे रही हो कि लोगों को बूस्टर डोज लगवा लेना चाहिए. लेकिन हकीकत ये है कि पूरे प्रदेश में वैक्सीनेशन की गति बहुत धीमी है. लोग वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर पहुंच रहे हैं लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. कोविशील्ड का तो स्टॉक ही खत्म हो गया है पूरे प्रदेश में. स्वास्थ्य विभाग ने कोविशील्ड का नया स्टॉक मंगाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ जनता को भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क पहन कर जाने की सलाह दी गई है.
नया वैरिएंट ज्यादा ताकतवर : बता दें कि बीएफ.7 वैरिएंट 10 से 18 लोगों को संक्रमित करने में सक्षम है. बताया जा रहा है कि बीएफ.7 के भारत में भी चार केस मिल चुके हैं. इससे संक्रमित दो-दो मरीज गुजरात और ओडिसा में मिले हैं. बीएफ.7 को ओमिक्रॉन के वैरिएंट बीए.5 का ही सब वैरिएंट बताया जा रहा है. इसकी संक्रमण क्षमता के कारण भारत की भी चिंता बढ़ गई है. रिपोर्ट के मुताबिक बीएफ.7 वैरिएंट कोरोना की वैक्सीन लगा चुके लोगों को भी संक्रमित करता है. यह श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता हैं. इसके बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, कमजोरी, थकावट जैसे लक्षण हैं.