रायपुर। जनवरी से बिलासपुर जोन से चलने वाली गाड़ियां अपने निर्धारित समय से करीब 15 मिनट पहले आएंगी। रेलवे प्रशासन बिलासपुर, नागपुर और झारसुगड़ा के बीच चलने वाली एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों की स्पीड अब 130 करने की तैयारी कर चुका है। बिलासपुर और नागपुर के बीच अनुमति मिल गई है। बिलासपुर और झारसुगड़ा के बीच 130 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चलाने के लिए रेलवे ने अनुमति मांगी गई है। अफसरों का कहना है कि जनवरी में ही अनुमति मिल जाएगी। इस समय वंदे भारत एक्सप्रेस को छोड़कर सारी गाड़ियां औसतन 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चल रही हैं। अब बिलासपुर जोन में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की क्षमता पर काम कर लिया गया है। इसी कारण वंदे भारत एक्सप्रेस सफलतापूर्वक चलाई जा सकी। अब बाकी एक्सप्रेस ट्रेनों को भी इसी रफ्तार से चलाने की तैयारी हो रही है। जब ट्रेनें स्पीड से चलेंगी, तो समय सारिणी में बदलाव होगा, क्योंकि ट्रेनें तय समय से पहले पहुंचेंगी। इसी कारण जनवरी में बिलासपुर जोन से गुजरने वाली ट्रेनों के लिए नई समय सारिणी जारी हो सकती है। सीआरएस की टीम ने बिलासपुर और झारसुगड़ा के बीच 130 की रफ्तार से ट्रेन चलाकर ट्रायल ले लिया है, लेकिन हरी झंडी नहीं दी है। रेलवे हरी झंडी का इंतजार कर रहा है। हरी झंडी मिलते ही बिलासपुर से नागपुर और झारसुगड़ा के बीच चलने वाली गाड़ियों का एक साथ टाइम टेबल में बदलाव कर दिया जाएगा।
समय में 12 से 15 मिनट का बदलाव
रेल अफसर की मानें तो ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से ट्रेनों के समय में 12 से 15 मिनट का बदलाव होगा। वर्तमान में बिलासपुर से नागपुर 412 किलोमीटर की दूरी ट्रेन छह घंटे 25 मिनट में तय कर रही हैं। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से यह दूरी एक से आधे घंटे कम हो जाएगी। वहीं यात्री को स्टेशन पर पहले पहुंचना पड़ेगा। रेलवे अफसरों का कहना है कि ट्रैक को पूरी तरह से अपडेट कर लिया गया है। रायपुर से नागपुर के बीच अनुमति भी मिल गई है। ट्रेन के परिचालन में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं होगा। बिलासपुर से नागपुर के बीच रोज लगभग 112 ट्रेनें रायपुर होकर चलती हैं। वर्तमान में ज्यादातर ट्रेनों की औसतन स्पीड 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे ही है।