हरी मिर्च हम सभी के घरों में होती है और सब्जी बनाने और सलाद में हम इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, अगर हम कहें कि आपको रोजाना साबुत हरी मिर्च खाना चाहिए। तो, आप पूछेंगे क्यों? दरअसल, साबुत हरी मिर्च खाने के फायदे कई हैं। पहले तो हरी मिर्च में विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी 6 होता है। इसके बाद इसमें कैप्साइसिन, कैरोटीन, क्रीप्टोक्सान्थिन, लुटेन और जॅक्सन्थिन जैसे कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो फेफड़ों और दिल की बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा इसमें एमिनो एसिड, फोलिक एसिड, सिट्रिक एसिड और एस्कोर्बिक एसिड होते हैं जो कि डाइजेस्टिव एंजाइम्स को बढ़ाने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में कारगर है। इसलिए कुछ बीमारियां हैं जिनमें हरी मिर्च का सेवन जरूर करना चाहिए। आइए, जानते हैं उन बीमारियों के बारे में।
इन 4 समस्याओं में खाएं हरी मिर्च-
1. हाई बीपी के मरीज को
हाई बीपी के मरीजों को हरी मिर्च का सेवन जरूर करना चाहिए। ऐसा इसलिए कि हरी मिर्च में पाए जाने वाले कैप्साइसिन के संपर्क में आने पर ब्लड वेसेल्स शांत हो जाती हैं। ये रिलैक्स महसूस करती हैं। साथ ही इसका सिट्रिक एसिड खून को पतला करने का काम करता है, जिससे हाई बीपी की समस्या कंट्रोल में रहती है।
2. ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों को
हरी मिर्च एंटी-इंफ्लेमेटरी है यानी कि ये दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकती है। गठिया और पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। ये हड्डियों में सूजन और दर्द को कम करती है जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों को राहत महसूस होती है। साथ ही हरी मिर्च कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है जो हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करती है।
3. विटामिन सी की कमी में
विटामिन सी की कमी, इम्यूनिटी कमजोर करती है और आप किसी भी संक्रमण के प्रति सेंसिटिव हो जाते हैं। ऐसे में विटामिन सी से भरपूर हरी मिर्च का सेवन शरीर में विटामिन सी की कमी को दूर करती है और इम्यूनिटी बूस्ट करती है।
4. कमजोर आई साइट वालों को
हरी मिर्च में मौजूद विटामिन ए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है, जो आई साइट बढ़ाने में मददगार है। ये बढ़ती उम्र के साथ कमजोरी होती नजर से बचाने और मोतियाबिंद जैसी आंखों की बीमारियों के खतरे को कम करती है।
हरी मिर्च खाने का सही तरीका
आप रोजाना लंच में या रात के खाने में 1 या 2 हरी मिर्च नमक लगा कर कच्चा खाएं। अगर आपसे ऐसे नहीं खाया जाता तो सूखी रोटी के साथ इसे खाएं। इस तरह से रेगुलर खाना आपको इन समस्याओं से बचाएगी या फिर इन बीमारियों को कंट्रोल करने में मदद करेगी।