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Kumhari Flyover हादसे में अनाथ बच्ची को गोद लेगी भूपेश सरकार, सीएम ने कहा, बच्ची हम सबकी जिम्मेदारी

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दुर्ग जिले के कुम्हारी फ्लाईओवर हादसे में अनाथ हुई बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी अब भूपेश सरकार उठाने जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक संवेदनशील सीएम होने का उदाहरण पेश किया है। सीएम ने दुर्ग जिले के कुम्हारी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे में अपने माता-पिता को खो चुकी बच्ची अन्नू देवांगन के पालन पोषण की जिम्मेदारी निभाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है।

सीएम ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई के दिए थे निर्देश
दरअसल 5 दिसम्बर को रायपुर से भिलाई के बीच कुम्हारी में बन रहे फ्लाईओवर से गिरकर देवांगन दम्पत्ति की मौत हो गई थी। इस घटना की सूचना मिलते ही सीएम भूपेश बघेल ने तत्काल जिम्मेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने जिम्मेदार अधिकारियों पर अपराध दर्ज किया था। जिसके तहत रॉयल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के एक प्रोजेक्ट मैनेजर पीयूष पाढ़ी को गिरफ्तार किया गया था।

कम्पनी ने बच्ची के परिजनों को सौंपा था 15 लाख का चेक
इस घटना के बाद जिममेदार कम्पनी को इस फ्लाईओवर हादसे में अनाथ हुई 10 वर्षीय बच्ची के पालन पोषण के लिए रॉयल इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी को प्रतिमाह राशि देने के निर्देश कलेक्टर दुर्ग ने दिए। जिसके बाद कम्पनी ने एक मुश्त 15 लाख रुपये की राशि देने की इच्छा जाहिर की वहीं बीते गुरुवार को बच्चे के परिजनों को यह चेक सौंपा गया था।

अब सभी जिम्मेदारी उठाएगी सरकार
इस भयानक हादसे में अपने माता पिता को गंवा चुकी बच्ची की परवरिश के लिए अब भूपेश सरकार ने बच्ची को गोद लेने का निर्णय लिया है. सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि, इस दुखद घटना में अनाथ हुई बच्ची की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हमने इस बच्ची को गोद लेने का निर्णय लिया है. बच्ची की सभी जिम्मेदारी अब सरकार की है।

एक ही रात में हुए थे दो बड़े हादसे
आपको बता दें कि नेशनल हाइवे 53 पर कुम्हारी में 49 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। जहाँ निर्माणाधीन फ्लाईओवर में आर्क ब्रिज में तकनीति खामी की वजह से पुनः निर्माण किया जा रहा है। इस ब्रिज में एक तरफ का रास्ता आने जाने के लिए खोल दिया गया था। लेकिन दूसरी ओर किसी प्रकार का संकेतक या बैरिकेडिंग नहीं कि गई थी। जिसके कारण 5 दिसम्बर को सुबह 4 बजे जजंगिरी से रायपुर आ रहे चंगोराभाठा रायपुर निवासी आजू राम और निर्मला देवांगन बच्ची समेत अधूरे ब्रिज से नीचे जा गिरा, जिसमें दोनों की मौत हो गई लेकिन बच्ची की जान बच गई। थोड़ी देर बाद एक कार सवार युवक भी इस हादसे का शिकार हो गया। जिसमें कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।