देश को पोलियो मुक्त (Polio Free) करने के बाद अब सरकार (Government) की कोशिश है कि हर एक बच्चे को निमोनिया (Pneumonia) से बचाने के लिए PCV टीका (PCV Vaccine) अनिवार्य रूप से लगाया जा सके. PCV का टीका बच्चे को निमोनिया के खतरे से बचाता है और बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने की आशंका को कम करता है. पहले ये टीका केवल पांच राज्यों में लगाया जाता था. आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर आज से पूरे देश में ये वैक्सीन लगाई जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और गरीब परिवार के बच्चे भी अब ये टीका लगवा सकेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन’ नामक अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत मिशन इंद्रधनुष के जरिए सभी बच्चों को मुफ्त टीका लगाया जा रहा है. बता दें कि जन्म के बाद 60 फीसदी बच्चों की मौत निमोनिया से होती है. इस वैक्सीन से बच्चों को निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाया जा सकेगा. सरकार की कोशिश है कि एक भी बच्चे की मौत बीमारी से ना हो ये सुनिश्चित किया जा सके.
केंद्र सरकार की ओर से इस वैक्सीन अभियान की शुरुआत करते हुए कहा गया कि PVC एक सुरक्षित टीका है. दूसरे टीके की तरह ही इससे भी बच्चे को टीकाकरण के बाद हल्का बुखार और टीके वाली जगह पर सूजन, दर्द और लालीपन हो सकता है. PVC की तीन खुराक होती हैं. जिसकी पहली डोज डेढ़ महीने, दूसरी डोज साढ़े तीन महीने और तीसरी 9 महीने पर लगती है.
बता दें कि निमोनिया फेफड़े की बीमारी है जिसकी वजह से शरीर में खून को जरूरी ऑक्सीजन यह नहीं पहुंचा पाता है. इसकी वजह बैक्टीरिया, वायरस और फ़ंगस हो सकते हैं. निमोनिया के कारण ऐल्वीओलाई में द्रव भर जाता है और फिर इसमें ऑक्सीजन के लिए जगह नहीं बचती इसलिए खून को ऑक्सीजन पहुंचाने का जो मुख्य काम ऐल्वीओलाई का है वह रुक जाता है.