छत्तीसगढ़ सरकार ने पखवाड़ेभर में दूसरी बार मंगलवार को फिर से हजार करोड़ का लोन लिया है। सरकार ने यह लोन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) के माध्यम से प्रतिभूति (बांड) के एवज में लिया है। 7.11 फीसद ब्याज के साथ 10 वर्ष में यह राशि लौटाई जाएगी। इससे पहले तीन मार्च को भी सरकार ने हजार करोड़ का लोन लिया था। इसके साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में लोन की राशि बढ़कर आठ हजार करोड़ स्र्पये पहुंच गई है।
वित्त विभाग के अफसरों के अनुसार इस राशि का उपयोग धान खरीद और विकास कार्यों के साथ ही ब्याज चुकाने में किया जाएगा। बता दें कि इसी वर्ष फरवरी में सरकार ने 16 सौ करोड़ स्र्पये का अनुपूरक बजट पास किया है। इसके बाद से सरकार दो हजार करोड़ का लोन ले चुकी है। अफसरों के अनुसार वित्तीय वर्ष का अंतिम दौर चल रहा है ऐसे में सरकार अभी और लोन ले सकती है।
करीब 59 हजार करोड़ पहुंचा कर्जभार
हजार करोड़ के इस लोन के साथ ही राज्य पर कर्ज का कुल भार बढ़कर 59 हजार करोड़ से अधिक हो गया है। सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में बांड के एवज में पहला लोन अगस्त 2019 में हजार करोड़ का लिया था। इसके बाद सितंबर में हजार करोड़ का लोन लिया। दो महीने के अंतराल के बाद दिसंबर में एक मुश्त दो हजार और इस वर्ष जनवरी में दो बार में हजार करोड़ स्र्पये लिया। अब मार्च में भी दो बार में सरकार दो हजार करोड़ स्र्पये का लोन उठा चुकी है।
चालू वित्तीय वर्ष में आरबीआइ से लोन
माह लोन की राशि समय अवधि
अगस्त 1000 7.3 2026
सितंबर 1000 7.28 2027
दिसंबर 2000 7.18 2027
जनवरी 1000 7.17 2030
जनवरी 1000 7.18 2030
मार्च 1000 7.08 2030
मार्च 1000 7.11 2030