धनबाद जिले के झरिया में दामोदर नदी किनारे शव जलाने गए कमरू नहाने के दौरान नदी की तेज धारा में बह गए। तेज धारा में बहते हुए वह एक चट्टान के पास चले गए। चट्टान के सहारे पूरी रात गुजारी । सुबह में जब लोगों को इस बात की जानकारी हुई, तो लोगों ने उसे सकुशल नदी से निकाला।
चट्टान पर बैठकर गुजार दी पूरी रात
बताया जाता है कि पाथरबंगला के कमरू के पड़ोस में रविवार को एक व्यक्ति का देहांत हो गया था। दामोदर नदी के किनारे उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। अंतिम संस्कार करने के बाद जब कमरु दामोदर नदी में नहाने के लिए गए, तो पानी की तेज धारा में बह गए। नदी की तेज धारा में बहते हुए वह एक चट्टान के पास जा पहुंचे। चट्टान को पकड़कर वह चट्टान पर बैठ गया और पूरी रात उसने इसी तरह गुजार दी। इधर घर के लोग कमरू को लेकर काफी परेशान थे। रात से ही उन्होंने कमरू की खोजबीन शुरू कर दी थी।
घर में पत्नी करती रही मां दुर्गा की आराधना
कमरू की पत्नी नवरात्र कर रही थी।रातभर कमरू की पत्नी अपने पति की सकुशल बरामदगी के लिए मां दुर्गा से प्रार्थना करती रही। पत्नी ने अष्टमी का उपवास किया था और पूरी रात वह जगकर मां दुर्गा से पति की सही सलामत बरामदगी के लिए प्रार्थना करती रही। सोमवार की सुबह घर के सदस्यों ने उसे सूचना दी कि कमरू नदी में एक चट्टान पर बैठा हुआ है और वह सकुशल है। यह बात सुनकर पत्नी मैं राहत की सांस ली और घर के सभी सदस्य नदी किनारे पहुंच गये।
स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया कमरू
सोमवार की सुबह नदी के आसपास रहने वाले लोगों को इस बात की जानकारी हुई कि बीच नदी में एक व्यक्ति फंसा हुआ है।यह बात सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ वहां जुट गयी और स्थानीय लोगों ने कमरू को बीच नदी से निकालने की कोशिश शुरू कर दी।थोड़ी देर की कोशिश के बाद ही कमरू सकुशल नदी से निकल गया और उसने सभी लोगों को धन्यवाद दिया।