चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11 अक्टूबर को तमिलनाडु के ममल्लापुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच यह एक अनौपचारिक सम्मेलन होगा और चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। जो बात सबसे अहम है वह है कि चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग चेन्नई एयरपोर्ट से ममल्लापुरम तक पहुंचने के लिए सड़क का सहारा लेंगे। अखबार द हिंदू की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। शुक्रवार और शनिवार को दोनों नेताओं के बीच यह दूसरा अनौपचारिक सम्मेलन होगा। इससे पहले अप्रैल 2018 में दोनों नेताओं ने चीन के वुहान में इनफॉर्मल समिट की थी।स्पेशल एयरक्राफ्ट से चेन्नई पहुंचेंगे पीएम मोदी
द हिंदू ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चेन्नई एयरपोर्ट से ममल्लापुरम के तक हेलीकॉप्टर की बजाय सड़क रास्ते को ट्रांसपोर्ट के लिए सुरक्षित जरिया माना गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने हेलीकॉप्टर को जिनपिंग के लिए सुरक्षित नहीं माना था और इसलिए सड़क का विकल्प चुना गया। पीएम मोदी एक स्पेशल एयरक्राफ्ट से शुक्रवार को चेन्नई पहुंचेंगे। तमिलनाडु के सीएम और उनकी कैबिनेट पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर स्वागत करेगी। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे एक स्पेशल एयरक्राफ्ट जिसमें जिनपिंग और उनके साथी होंगे, वह चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड करेगा। जो बात सबसे दिलचस्प है वह है कि पीएम मोदी जहां चेन्नई से ममल्लापुरम तक एयरक्राफ्ट से जाएंगे तो जिनपिंग सड़क के रास्ते पहुंचेंगे।
रेड कारपेट वेलकम के बाद रवानगी
यहां पर जिनपिंग को रेड कारपेट वेलकम दिया जाएगा और प्रोटोकॉल के मुताबिक उनका स्वागत होगा। यहां से वह आईटीसी ग्रैंड चोला पहुंचेंगे। शुक्रवार को ही शाम करीब चार बजे सड़क के रास्ते वह ममल्लापुरम के लिए रवाना होंगे। 50 किलोमीटर के इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था किसी किले से कम नहीं है। शहर की पुलिस पर सुरक्षा का जिम्मा है और वीवीआईपी रास्ते पर सभी जरूरी ट्रैफिक इंतजाम किए गए हैं। अथॉरिटीज की तरफ से 12 अक्टूबर तक के लिए कार्गो की बुकिंग तक को सस्पेंड कर दिया गया है।
किले में तब्दील चेन्नई और ममल्लापुरम
सभी होटलों, लॉज और आसपस की बिल्डिंग की तलाशी ली जा रही है ताकि सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई चूक न हो। हर बिल्डिंग में रहने वाले लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी इकट्ठा कर ली गई है। होटलों में रुके हर व्यक्ति को सलाह दी गई है कि वे बाहर तभी निकले जब कोई काम हो। अगर उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गई जो फिर उके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा सकता है। हालांकि पुलिस की ओर से अभी तक किसी भी तरह के ट्रैफिक डायवर्जन से जुड़ा कोई भी नोटिस जारी नहीं किया गया है। सभी स्कूल और कॉलेज भी खुले रहेंगे।
क्या है इस बार की मीटिंग
पीएम मोदी और जिनपिंग वुहान में 27 और 28 अप्रैल को इनफॉर्मल समिट के लिए मिले थे। दोनों की मुलाकात इस बार चेन्नई से 56 किलोमीटर दूरी ममल्लापुरम में हो रही है। सांतवें दशक के इस शहर का एतिहासिक महत्व है और इसे एक हैरिटेज साइट माना जाता है। दोनों नेता ऐसे समय में मिल रहे हैं जब कश्मीर को लेकर अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान, चीन की तरफ देख रहा है। हालांकि चीन की ओर से पहले ही साफ किया जा चुका है कि कश्मीर, भारत-पाक का आपसी मसला है और इसे बातचीत के जरिए दोनों देश सुलझाएं।