जगदलपुर। बारिश का रेड अलर्ट जारी होने के बाद पूरे छत्तीसगढ़ में भीषण वर्षा हो रही है। बस्तर में भारी बारिश के बीच कई मकान ढ़ह गए हैं। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक शहर के तीन अलग-अलग इलाकों में तीन मकानों की दीवार ढ़हने से उसकी चपेट में आकर चार लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा शहर में करीब 25 मकान बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पिछले 12 घंटे से हो रही लगातार बारिश से इंद्रावती नदी उफान पर है और खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आशंका जताई जा रही है कि शहर के अन्य इलाकों में भी दुर्घटनाओं में कुछ और लोगों की मौत हुई है। नगर निगम का राजस्व अमला और रेस्क्यू टीम शहर में गस्त कर रही है। बारिश की वजह से हुई तबाही के मद्देनजर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए शहर में पांच राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
शुक्रवार की सुबह घटी तीन अलग-अलग घटनाओं के बाद मौके पर पहुंचे बचाव दल ने मलबे से चार शव बाहर निकाले हैं। इन्द्रावती नदी के किनारे स्थित महादेव घाट के पास रहने वाली महिला चंद्रिका (45) और उसके बेटे संजू (15), अनुकूल देव वार्ड में सोनमती (62) और जगदलपुर शहर से तीन किलोमीटर दूर आड़ावाल गांव में केदार ठाकुर (35) की मौत दीवार के नीचे दबने से हुई है।
नगर निगम के आयुक्त अरविंद एक्का ने चारों मौतों की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शहर के नयामुंडा मोहल्ले में 14 मकानों के धराशाई होने की खबर है। गांधी नगर में दो मकान, मेटगुड़ा में तीन मकान, महादेव घाट में दो मकान ढ़ह गए हैं।राजस्व अमला और रेस्क्यू टीम शहर में मुआयना कर रही है।
नगर निगम ने शाम तक पूरे शहर की रिपोर्ट मंगाई है। बारिश से शहर में जानमाल का कितना नुकसान हुआ है, इसका अंदाजा शाम तक लगाया जा सकेगा। शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में भी तहसीलदार के नेतृत्व में टीम मुआयना कर रही है। बारिश की वजह से प्रभावित लोगों के लिए शहर में पांच राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।