बांग्ला भाषा में रिकॉर्ड किया गया ये वीडियो 27 जुलाई को पोस्ट किया गया था जिसमें ये बताया गया कि जब सुनीता अंतरिक्ष में गईं तो उन्हें दो बिंदु दिखाई दिए. फिर जब सुनीता ने टेलीस्कोप से देखा तो वो मुसलमानों के सबसे पवित्र धार्मिक स्थल मक्का और मदीना थे. वीडियो में आगे दावा किया गया है कि जैसे ही सुनीता अंतरिक्ष से लौटीं तो उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया. इस पोस्ट को अब तक 86 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा है और करीब 5500 से ज्यादा लोगों ने साझा किया है.
दावे की पड़ताल
हमने कीवर्ड सर्च के जरिए इस दावे की पड़ताल शुरु की. जब हमने कीवर्ड ‘Sunita Williams converted to islam’ सर्च किया तो हमें इस दावे की सच्चाई पता चलनी शुरू हो गई. इस कीवर्ड के जरिए हमें साल 2010 में ट्रैवल मैगजीन कॉन्डेनेस्ट को दिए सुनीता विलियम्स का एक इंटरव्यू मिला.
इसमें सुनीता से पूछा गया कि ऐसी अफवाहें हैं कि अंतरिक्ष से मक्का-मदीना देखने के बाद आपने इस्लाम कबूल कर लिया है.
सुनीता ने जवाब दिया, ‘मुझे नहीं पता कि ये कहां से शुरू हुआ, ऐसा नहीं कि मैं किसी धर्म को नहीं मानती या मुझे धर्म पसंद नहीं है. मेरे पिता हिंदू हैं. मैं कृष्ण, राम और सीता को समझकर बड़ी हुई हूं. मेरी मां क्रिश्चन हैं जिसका मतलब है कि मैं जीसस को समझती हूं. ये मेरी व्यक्तिगत पसंद है. इसका नासा से कोई लेना देना नहीं है. मेरा मानना है कि भगवान हैं, वो हमें एक खुश और जिंदादिल जिंदगी जीने की प्रेरणा दे रहे हैं, ये मेरी सोच है.’
सुनीता विलियम्स का ये बयान साफ करता है कि उन्होंने मक्का-मदीना वाली कोई चीज कभी नहीं कही थी. कुछ ऐसे ही सवाल 2 अप्रैल 2013 को भी उनसे पूछे गए जब वो भारत आईं थीं. यहां उन्होंने विस्तार से अपनी अंतरिक्ष यात्रा की जानकारी दी.
इंडिया टीवी के साथ एक इंटरव्यू में सुनीता ने बताया था कि वो अंतरिक्ष में अपने साथ गीता और उपनिषद लेकर क्यों गई थीं.
इस्लाम कबूल करने की अफवाह 2008 से ही रह-रहकर उड़ती रही है. पाकिस्तान के एक ब्लॉगर से सबसे पहले ये अफवाह उड़ी थी.
खुद सुनीता के बयानों से साफ है कि उन्होंने कभी इस्लाम कबूल नहीं किया और ऐसा दावा बेबुनियाद है.