एक रिसर्च में सामने आया है कि मंगल ग्रह पर महिलाएं बिना पुरुष के ही स्पर्म के जरिए बच्चे को जन्म दे सकती हैं. खुलासा हुआ है कि बेहद कम ग्रैविटी में भी स्पर्म सुरक्षित रह सकता है. इससे मंगल ग्रह पर इंसानी जीवन बढ़ाने में मदद हासिल होगी.
ब्रिटिश एस्ट्रोनॉट हेलेन शर्मन ने दो साल पहले कहा था कि नासा की एक अप्रकाशित रिपोर्ट है. इस रिपोर्ट में संभावित स्पेस क्रू मेंबर्स के सेक्शुअल डिजायर का विश्लेषण किया गया है. हेलेन के अनुसार, उस रिपोर्ट में सिफारिश की गई थी कि सभी महिलाएं या सभी पुरुषों वाली टीम को ही मंगल पर भेजा जाए.
इससे मंगल ग्रह पर जनसंख्या बढ़ाने को लेकर संशय पैदा हो गया था. लेकिन अब रिसर्च में सामने आया है कि फ्रोजेन स्पर्म बेहद कम ग्रैविटी में भी सुरक्षित पाए गए. रिसर्च के लिए प्रक्रिया में 10 हेल्दी डोनर के स्पर्म के सैंपल को फ्लाइट में भेजा गया. इस फ्लाइट में उन्हें आठ सेकंड तक बेहद कम ग्रैविटी का अहसास कराया गया. रिसर्च में पाया गया है कि इसमें भी स्पर्म सुरक्षित हैं.
वियना की यूरोपियन सोसायटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड एम्ब्रियोलॉजी की मीटिंग में ये रिसर्च सामने आया है. यह मीटिंग सालाना होती है. बर्सिलोना की डिक्सेस वीमेन हेल्थ की मौन्टसेरैट बौडा ने इस मीटिंग में यह रिसर्च सामने लाया. उन्होंने रिसर्च हुआ पेपर पेश किया.