उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में चमकी बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को 21वें दिन दो दर्जन नए मरीजों को एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पांच बच्चे ने दम तोड़ दिया। अबतक 164 बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। कुल 503 पीड़ित बच्चे सामने आ चुके हैं।
इधर, सरकारी रिपोर्ट के अनुसार अबतक एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में कुल मिलाकर 124 मौत हुई है। एसकेएमसीएच में 104 और केजरीवाल अस्पताल में 20बच्चों ने अबतक दम तोड़ा है। फिलहाल एसकेएमसीएच के पीआईसीयू में 54 और जेनरल वार्ड में 68 बच्चे इलाजरत हैं। वहीं केजरीवाल अस्पताल में 14 बच्चों का इलाज चल रहा है।
शुक्रवार को एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में 24 मरीजों को भर्ती कराया गया। एक छोड़ सभी मरीज एसकेएमसीएच में ही भर्ती कराए गए। सबका इलाज एईएस के लिए तय प्रोटोकॉल से किया जा रहा है। इस बीच केंद्र व राज्य सरकार की टीम ने एसकेएमसीएच में भर्ती मरीजों का जायजा लिया। टीम ने यहां तैनात किए गए दिल्ली व पटना के डॉक्टरों से दवा, उपकरण व अन्य संसाधनों के बारे में पूछताछ की। डॉक्टरों ने बताया कि अब उनकी मांग पर पोर्टेबल एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड उपलब्ध कराया जा रहा है। टीम के साथ डीएम आलोक रंजन घोष और स्वास्थ्य विभाग अपर स्वास्थ्य निदेशक कौशल किशोर भी पहुंचे थे।
100 बेड के नए पीआईसीयू के लिए स्थल निरीक्षण :
केन्द्रीय टीम ने 100 बेड के नए पीआईसीयू के लिए स्थल निरीक्षण भी किया। इसके बाद एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार व अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही के साथ बैठक भी की। उसमें निर्णय लिया गया कि इलाज में कोई कमी न हो इसका पूरी तरह ख्याल रखा जाएगा।