सत्ता की हनक क्या होती है. यह यूपी के मंत्री लक्ष्मी नारायण से जानिए. दरअसल, शाहजहांपुर में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने शुक्रवार को योग दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के बाद एक सरकारी अधिकारी से अपना जूता उठवाया. अधिकारी ने ही मंत्री जी को जूता पहनाया भी. वैसे आपकी नजर में यह उचित नहीं लग सकता है, लेकिन मंत्री जी को इसमें कुछ भी बुरा नहीं दिख रहा. मंत्री जी ने कर्मचारी से न केवल जूते पहनवाए बल्कि उसके फीते भी बांधवाए.
इस बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि अगर कोई भैया, भतीजा या परिवार का व्यक्ति हमें यदि जूता पहना दे, तो ये तो हमारा वो देश हैं जहां भगवान राम के खड़ाऊं रख कर भरत जी ने 14 साल तक राज किया था. आपको तो इस बात की तारीफ करनी चाहिए.
दरअसल, शाहजहांपुर के ओसीएफ रामलीला मैदान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसके लिए लक्ष्मी नारायण चौधरी को मुख्य अतिथि के रूप आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम खत्म होने के बाद मंत्री जी जब मंच से उतरे तो वह वहां कुछ देर तक खड़े रहे. इसके बाद एक कर्मचारी आया और उसने मंत्री जी को दोनों पैरों में जूते पहनाए. इस दौरान मंत्री अपने लोगों के साथ बातचीत में व्यस्त थे. उन्होंने कर्मचारी को ऐसा करने से बिल्कुल नहीं रोका.