तबादले पर लगा प्रतिबंध खुलने से पहले ही राज्य के अधिकारी-कर्मचारी पसंदीदा पोस्टिंग के लिए जोड़तोड़ में जुट गए हैं। आवेदन देने के बाद ये लोग रोजाना मंत्री से मिलकर आदेश के लिए स्टाफ पर दबाव बना रहे हैं। इसे लेकर मंत्री और उनका स्टाफ परेशान है। इसे देखते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने सीधे सभी को चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने एेसे लोगों को संभल जाने कहा है, नहीं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए हैं। चौबे के पास कृषि विकास एवं कृषक कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकट, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य विभाग हैं।
बताते हैं कि नई सरकार के गठन और चौबे के मंत्री बनने के बाद से इन विभागों के हजारों अधिकारी-कर्मचारियों के आवेदन दे चुके हैं। इनमें कई एेसे हैं जो पिछली सरकार की प्रताड़ना के चलते बाहर पदस्थ किए गए थे। अब ये सभी राजधानी या शहरों में लौटना चाहते हैं। पर मंत्री चौबे ने विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पदोन्नति एवं पदस्थापना हेतु उनसे सीधे पत्राचार करने पर अप्रसन्नता व्यक्त की है।
इस संबंध में उद्यानिकी विभाग के संचालक को पत्र लिखकर निर्देशित किया गया है कि अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा पदोन्नति एवं पदस्थापना हेतु मंत्री से सीधे पत्राचार करना सिविल सेवा आचरण नियम के प्रावधानों के विपरीत है। विभागीय अधिकारियों को सीधे मंत्री से पत्राचार नहीं करने के लिए निर्देशित करें अन्यथा संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
चौबे और टेकाम आज राजीव भवन में: संसदीय कार्य व कृषि एवं पशुपालन मंत्री रविंद्र चौबे और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम बुधवार को राजीव भवन में कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। दोनों मंत्री दोपहर 12 बजे कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में बैठेंगे। इस दौरान दोनों मंत्री विभागों से संबंधित समस्याओं का निराकरण करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम लोगों से आवेदन लेंगे।
हालांकि, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे इस दौरान तबादलों से संबंधित सिफारिशी पत्रों को नहीं लेंगे। वे केवल कार्यकर्ताओं की मूलभूत समस्याओं से संबंधित आवेदन लेंगे। बता दें कि कांग्रेस सरकार के सभी मंत्री बारी-बारी से राजीव भवन में बैठ रहे हैं और कार्यकर्ताओं से आवेदन ले रहे हैं।