ड्यूटी से घर लौट रहे अजाक थाना प्रभारी को अशोक नगर चौक के पास मंगलवार देर शाम मिक्सर मशीन कैप्सूल ने कुचल दिया। 30 जून को वे रिटायर होने वाले थे। घटना के बाद ड्राइवर गाड़ी मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने हेल्पर व ऑपरेटर को हिरासत में लिया है। नो एंट्री में चल रहे कैप्सूल में शराब की बोतलें और डिस्पोजल मिले हैं। 8 माह पहले ही उनकी जांजगीर से बिलासपुर पदस्थापना हुई थी। अगस्त 2018 में यहां आए थे। उन्हें अजाक थाने का प्रभार सौंपा गया था।
आईजी ऑफिस में मीटिंग के बाद डीएसपी संग थाने आए, यहां से बाइक पर निकले और 15 मिनट बाद हादसे की खबर आई
- अजाक थाना प्रभारी हरीराम साहू (61) रायपुर जिले के खरोरा थाना क्षेत्र के ग्राम कोसरंगी के रहने वाले थे। वे मंगलवार शाम करीब 4 बजे से 7.30 बजे तक आईजी आफिस में मीटिंग में मौजूद थे। अजाक डीएसपी सुरजन सिंह के साथ सरकारी गाड़ी में गए थे। दोनों लौटकर थाने आए। यहां से थाना प्रभारी अपनी सरकारी बाइक से घर जाने के लिए निकले। उन्हें रहने के लिए लाइन में बैरक मिला हुआ था। रात 7.45 बजे अशोक नगर चौक में पहले तेज रफ्तार मिक्चर मशीन कैप्सूल ने पीछे से टक्कर मार दी।
- हादसे में वह बाइक सहित गिर पड़े और मिक्चर कैप्सूल ने उन्हें कुचल दिया। घटना के बाद ड्राइवर गाड़ी खड़ी करने के बाद कूदकर फरार हो गया। सूचना मिलने पर सरकंडा पुलिस सहित सभी प्रमुख आला अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हेल्पर व ऑपरेटर को हिरासत में लेकर कैप्सूल को जब्त कर लिया गया है। ड्राइवर की खोजबीन की जा रही है। अजाक डीएसपी सुरजन सिंह ने बताया कि टीआई दिनभर साथ में थे। दोनों थाने आए। हरीराम ने डायरी रखी फिर निकले। 15 मिनट बाद हादसे की खबर तो यकीन नहीं हुआ कि ऐसा कुछ हो चुका है।
- छोटा बेटा आईसीयू में फिर भी ड्यूटी पर थे हरीराम साहू के परिवार में पत्नी मिथला साहू के अलावा तीन बच्चे हैं। बेटों में ओम प्रकाश बड़ा व बेदराम छोटा है। उनकी पोमिन नाम की एक बेटी है। हरीराम सीधे सादे व काम के प्रति बेहद गंभीर अधिकारी थे। उनके छोटे बेटे बेदराम की तबीयत काफी खराब है और आईसीयू में भर्ती है। इसके बाद भी वे घर नहीं गए थे। काम को बहुत जरूरी मानते थे। पत्नी व बड़ा बेटा देखरेख कर रहे थे।
- विभाग में विदाई की तैयारी चल रही थी एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि हरीराम साहू 30 जून को रिटायर्ड होने वाले थे। उनकी विभाग से विदाई के लिए आयोजन की तैयारी चल रही थी। इस तरीके से दुनिया से विदा हो जाएंगे पता नहीं था। हरीराम साहू सिपाही से थानेदार बने थे। 10 साल पहले ही उन्हें टीआई बनाया गया था। टीआई बनने के बाद वे बागबहरा, जांजगीर में पदस्थ रहे।
- मजबूरी में देनी ही पड़ी हादसे की खबर हरीराम का छोटा बेटा बीमार है और आईसीयू में। इस कारण परिवार के सभी सदस्य अस्पताल में है। हादसे की खबर उनके घर में देने की किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी। पहले फोन कर उनके बड़े बेटे को बताया गया कि उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया है और उन्हें साधारण चोट आई है तो उनका कहना था कि वहां उनका छोटा भाई आईसीयू में है इसलिए वे अभी नहीं आ सकते। मजबूरी में उन्हें मौत की खबर बतानी पड़ी।
- सरकारी भवन निर्माण में लगी थी गाड़ी मिक्चर मशीन कैप्सूल चिंगराजपारा में सरकारी निर्माण कार्य में लगी हुई है। गाड़ी सेंदरी से मिक्चर लेने जा रही थी। नो एंट्री होती है। इसके बाद भी इसे शहर के भीतर चलने की परमिशन दी गई थी और यही हादसे की वजह बनी। ऐसे ही कई गाड़ियां पुलिस की मिलीभगत से दिनभर शहर के भीतर चलती हैं।