बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 97 तक पहुंच गई है. बुखार का जिम्मेदार लीची खाना बताया जा रहा है. वैसे आजकल खाने पीने की चीजों में मिलावट होना आम बात हो गई है. ऐसे में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या वाकई चमकी नाम का ये बुखार खाली पेट ज़्यादा लीची खाने से हो रहा है या फिर मिलावटी लीची का सेवन करने से.
सब्जी और फलों में मिलावट आपकी सेहत को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में सेहत के इस दुश्मन से अपने परिवार को बचाने के लिए अपनाएं ये खास उपाय.
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने रोजमर्रा के खाद्य पदार्थों में मिलावट का पता लगाने के लिए एक मैनुअल जारी किया है. डिटेक्ट एडल्ट्रेशन विद रैपिड टेस्ट (डीएआरटी) नाम की इस किताब में कई आसान परीक्षणों द्वारा बताया गया है कि आप कैसे आसानी से खाद्य पदार्थों में मिलावट का पता लगा सकते हैं.
सेब- फलों में सबसे ज्यादा मिलावट सेब में होती है. बासी खराब सेब को फ्रेश दिखाने के लिए कई बार उस पर वैक्स लगा दिया जाता है ताकि वो चमकदार दिखने लगे. ऐसे में खाने से पहले सेब को ऊपर से चाकू से कुरेद कर देख लें. अगर उसमे से कुछ सफेद-सफेद निकले तो समझ जाएं कि यह मिलावटी सेब है.
आइसक्रीम- आइसक्रीम का रंग ज्यादा सफेद दिखाने के लिए उसमें वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है. आइसक्रीम में मिलावट की पहचान करने के लिए उसमें कुछ बूंद नींबू के रस की डालें. अगर ऐसा करने पर आइसक्रीम में झाग बनने लगे तो समझ जाएं कि इसमें वाशिंग पाउडर मिला हुआ है. इस तरह की मिलावटी आइसक्रीम खाने से पेट संबंधी रोगों के साथ आपके लीवर पर भी बुरा असर पड़ सकता है.
नारियल तेल- नारियल तेल में मिलावट की पहचान करने के लिए उसे लगभग 30 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें. अगर उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है तो नारियल तेल तो जम जाएगा लेकिन मिलावटी पदार्थ ऊपरी सतह में तैरता दिखाई देगा.
दूध में मिलावट- दूध में थोड़ा सा पानी मिलाकर उसे अच्छी तरह हिलाकर देख लें. अगर उसमें किसी तरह के डिटर्जेंट पाउडर की मिलावट की गई होगी तो दूध में झाग बन जाएगा.