खंडवा के आरूद गांव में एक सांप के आंतक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गांव में सांप के काटने से अबतक 4 लोगों की मौत हो गई है. वहीं करीब एक दर्जन लोग समय पर इलाज मिलने से बाल-बाल बच गए. आलम ये है की लोग अब भजन-कीर्तन के सहारे नाग देवता को प्रसन्न करने में जुट गए हैं. गांव में इस सांप का आतंक इतना है की महज दस दिनों में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना लिया है. ग्रामीणों की माने तो यह एक नागिन है जो कहीं से भी आकर बिना कारण डंस लेती है.
इंसान के साथ मवेशियों को भी शिकार बना रही नागिन
इस नागिन ने गाय और भैंसों को भी अपना शिकार बनाया. लिहाजा अब ग्रामीणों ने अपने पशुओं को खेत में खुला नहीं छोड़ते, उसे अपने घरों पर ही बाँध के रख रहे हैं. आरूद गांव के लोग इसे दैवीय प्रकोप मानने लगे हैं और इस नागिन से बचने के लिए नाग देवता के मंदिर में पूजा-पाठ शुरू हो गई. लोग नाग देवता के मंदिर में बकायदा भोग लगाकर ग्रामीण भजन -कीर्तन कर रहे हैं.
क्या पूजा-अर्चना से लोगों को नागिन से मिलेगी मुक्ति
लेकिन एक-एक कर लोगों की हो रही मौत से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है. बहरहाल, लोगों का मानना है कि नाग देवता की पूजा से इस नागिन का आंतक से लोगों को निजात मिलेगी. अब देखना यह की इस पूजा-अर्चना के बाद ग्रामीणों के अंदर फैले सांप के इस भय का अंत होता है या नहीं.