चेन्नई में जोसेफ सेकर को ‘बर्डमैन’ के नाम से जाना जाता है। हर सुबह, उसकी छत पक्षियों के शोर से गुंजमय होती है। पिछले 15 सालों से, 63 वर्षीय कैमरा मैकेनिक अपनी आय का आधा हिस्सा रिंग गर्दन वाले तोते को खिलाने के लिए खर्च कर रहा है।
हर दिन, जोसेफ सेकर 3,000 पक्षियों के लिए अपनी छत पर दिन में दो बार 30 किलो चावल डालता है। पहला भोजन सूर्योदय से पहले परोसा जाता है। दुसरा शाम का भोजन सूर्यास्त के समय दिया जाता है।
पक्षियों को खिलाने के लिए ‘बर्डमैन’ ने अपनी छत पर लकड़ी के तख्तों की व्यवस्था की है। हजारों पक्षियों के नजारे से कई पक्षी भी आकर्षित होते हैं जो अक्सर सेकर की छत पर आ जाते हैं। सेकर कहते हैं ‘पिछले 25 सालों से, मैं सेकर कैमरा हाउस चला रहा हूं। हमारे पास फोटोग्राफी के विकास से कैमरे का संग्रह है, ‘पत्रकारिता और फोटो संचार छात्र नियमित रूप से इस सुविधा पर आते रहते हैं।